बढ़ते प्रदूषण के खिलाफ ग्रामीणों का झाड़ू-तखती लेकर जोरदार प्रदर्शन
DHANBAD NEWS
धनबाद:बीसीसीएल सिजुआ एरिया 05 के अंतर्गत मोदीडीह कोलियरी के काटा घर के समीप क्षेत्र में लगातार बढ़ते धूल प्रदूषण से परेशान होकर स्थानीय ग्रामीणों ने सोमवार को झाड़ू और तखती लेकर सड़कों पर उतरकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाओं, युवाओं और बुजुर्गों ने भाग लिया और सिजुआ क्षेत्र के महाप्रबंधक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदूषण से परेशान जनता का फूटा गुस्सा
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहीं गीता देवी ने बताया कि इलाके में कोयला परिवहन के दौरान भारी वाहन बिना त्रिपाल के चलते हैं, जिससे सड़कों पर धूल का गुबार उड़ता है और आसपास का वातावरण लगातार जहरीला होता जा रहा है।
इसके अलावा ओवरबर्डन (ओबी) कटाई के कारण भी धूल की मात्रा में जबरदस्त बढ़ोतरी हो रही है, जिससे लोगों को सांस लेने में कठिनाई, आंखों में जलन और बच्चों-बुजुर्गों में बीमारियों का खतरा बढ़ता जा रहा है।
नियमों की अनदेखी का आरोप
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि बीसीसीएल द्वारा पर्यावरण नियमों की लगातार अनदेखी की जा रही है और सिजुआ क्षेत्र के महाप्रबंधक नियमों को ताक पर रखकर कार्य करवा रहे हैं।
गीता देवी ने चेतावनी दी कि, “आज का प्रदर्शन सिर्फ एक सांकेतिक आंदोलन है, लेकिन अगर जल्द सुधार नहीं हुआ तो ग्रामीण और ज्यादा उग्र और बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे।”
प्रदूषण से बढ़ रहे हैं स्वास्थ्य संकट
स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में टीबी, अस्थमा, स्किन एलर्जी जैसी बीमारियां बढ़ती जा रही हैं और बीसीसीएल प्रशासन न तो जल छिड़काव कर रहा है, न ही कोयला ढोने वाले वाहनों को ढंकने का कोई प्रबंध कर रहा है।
ग्रामीणों की मांगें:
कोयला ढोने वाले सभी वाहनों को त्रिपाल से ढंकना अनिवार्य किया जाए।
ओबी कटाई के दौरान धूल नियंत्रण के लिए नियमित जल छिड़काव हो।
प्रदूषण प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएं।
दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
इस प्रदर्शन ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या कोयला उत्पादन के नाम पर लोगों के स्वास्थ्य और पर्यावरण की बलि दी जा रही है? और अगर हां, तो इसका जिम्मेदार कौन है?