बाल सुधार गृह से दो नाबालिग लड़कियां लापता, प्रशासन सतर्क
कटिहार(बिहार) :- बृहत् आश्रय गृह में संचालित बालिका गृह से दो नाबालिग लड़कियां लापता हो गई हैं। यह दोनों किशोरियां किशनगंज से मानव तस्करी (ट्रैफिकिंग) के मामले में बरामद होने के बाद कटिहार के बाल सुधार गृह में भेजी गई थीं। घटना को लेकर सहायक थाना में एक मामला दर्ज कराया गया है।
बाल सुधार गृह पहले भी विवादों में रहा है
यह पहली बार नहीं है जब कटिहार बाल सुधार गृह में सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठे हैं। इससे पहले भी लड़कों और लड़कियों के भागने के मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, तब स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं की मदद से लापता किशोर-किशोरियों को बरामद कर लिया गया था। लेकिन इस बार लगभग 17 साल की इन दोनों लड़कियों का अब तक कोई सुराग नहीं मिल सका है।
पुलिस कर रही मामले की जांच
घटना की पुष्टि करते हुए एएसपी (अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक) ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लड़कियां खुद से भागी हैं या किसी साजिश के तहत उन्हें गायब किया गया है।
क्या है प्रशासन की अगली कार्रवाई?
सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, ताकि उनके निकलने का कोई सुराग मिल सके।
बाल सुधार गृह के कर्मचारियों से पूछताछ की जा रही है, ताकि किसी भी लापरवाही का पता लगाया जा सके।
पुलिस संभावित ठिकानों पर तलाशी अभियान चला रही है और आसपास के जिलों की पुलिस को भी सतर्क कर दिया गया है।
स्थानीय लोगों में बढ़ी चिंता
इस घटना के बाद स्थानीय लोगों और सामाजिक कार्यकर्ताओं में नाराजगी है। वे बाल सुधार गृह में सुरक्षा की लचर व्यवस्था पर सवाल उठा रहे हैं और प्रशासन से जल्द से जल्द लड़कियों को बरामद करने की मांग कर रहे हैं।
बाल सुधार गृह में रह रहे किशोरों और किशोरियों की सुरक्षा जुवेनाइल जस्टिस एक्ट के तहत सरकार की जिम्मेदारी होती है। ऐसे में बार-बार लड़कों और लड़कियों के लापता होने की घटनाएं प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती हैं।
फिलहाल जांच जारी
पुलिस और प्रशासन इस मामले को गंभीरता से लेते हुए हरसंभव कोशिश कर रहे हैं कि दोनों नाबालिग लड़कियों को जल्द से जल्द खोज निकाला जाए। लेकिन, यह घटना एक बार फिर बाल सुधार गृहों की सुरक्षा व्यवस्था और वहां की निगरानी प्रणाली पर सवाल खड़े कर रही है।