मॉक ड्रिल के दौरान टियर गैस से घायल हुई दो बच्चियां, अस्पताल में भर्ती
रांची: आगामी त्योहारों के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता करने के लिए न्यू पुलिस लाइन में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस दौरान दागे गए आंसू गैस के गोले से निकली गैस का असर राजकीय मध्य विद्यालय के छात्रों पर पड़ने लगा, जिससे कक्षा सातवीं की दो छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई।
छात्राओं को अस्पताल में कराया गया भर्ती
मॉक ड्रिल के दौरान राधिका कुमारी (इंद्रपुरी, रातू रोड) और सुहानी (अलकापुरी) को गैस की वजह से सांस लेने में तकलीफ और चक्कर आने लगे। स्कूल प्रशासन ने तुरंत दोनों को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
स्कूल प्रबंधन ने जताई नाराजगी
घटना के बाद स्कूल प्रिंसिपल ज्योत्सना मिश्रा ने कहा कि पुलिस को पहले ही यह ध्यान रखना चाहिए था कि उनके अभ्यास का असर आसपास के इलाकों पर न पड़े। उन्होंने बताया कि मॉक ड्रिल स्थल स्कूल से बिल्कुल सटा हुआ था, जिसके कारण आंसू गैस से स्कूल के कई बच्चे प्रभावित हुए।
पुलिस प्रशासन पर सवाल
यह घटना पुलिस प्रशासन की तैयारियों पर सवाल खड़े करती है कि क्या मॉक ड्रिल जैसे अभ्यास को रिहायशी इलाकों से दूर आयोजित नहीं किया जा सकता था? स्कूल प्रशासन और स्थानीय लोगों ने इस मामले पर संवेदनशीलता बरतने की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
बच्चियों की हालत स्थिर, प्रशासन ने नहीं दी कोई सफाई
फिलहाल दोनों छात्राओं की हालत स्थिर बताई जा रही है, लेकिन इस घटना पर अभी तक प्रशासन की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। स्थानीय लोगों ने इस मामले की जांच और सुरक्षा उपायों को दुरुस्त करने की मांग की है।