धनबाद में बोले सूर्य सिंह बेसरा – झारखंड में सत्ता परिवर्तन तो हुआ, व्यवस्था परिवर्तन नहीं; हुल क्रांति पार्ट-2 की शुरुआत
धनबाद, 17 जुलाई 2025: झारखंड पीपुल्स पार्टी (JPP) के केंद्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ आदिवासी नेता सूर्य सिंह बेसरा ने आज धनबाद परिसदन में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए झारखंड की 25 वर्षों की राजनीतिक यात्रा पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक 12 मुख्यमंत्री, छह विधानसभा चुनाव और तीन बार राष्ट्रपति शासन लग चुका है, लेकिन आम जनता की जिंदगी में कोई ठोस बदलाव नहीं आया।
“25 वर्षों में सत्ता कई बार बदली, मगर व्यवस्था में कोई मूलभूत परिवर्तन नहीं हुआ। भाजपा ने तो झारखंड को प्रयोगशाला बना डाला,” – ऐसा आरोप लगाते हुए बेसरा ने कहा कि बाबूलाल मरांडी, अर्जुन मुंडा और रघुवर दास जैसे नेताओं को मुख्यमंत्री बनाया गया, लेकिन किसी ने आदिवासियों, मूलवासियों, युवाओं और किसानों के हित में ठोस नीति नहीं बनाई।
झामुमो पर भी साधा निशाना
सूर्य सिंह बेसरा ने झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि “हेमंत सोरेन तीसरी बार मुख्यमंत्री हैं, लेकिन उनका घोषणा पत्र केवल कागज़ों तक सीमित रहा। रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, स्थानीय नीति, और सरना धर्म कोड जैसे मुद्दों पर झामुमो सरकार पूरी तरह विफल रही है।”
भोगनाडीह से हुल क्रांति पार्ट-2 की घोषणा
बेसरा ने भोगनाडीह से शुरू किए गए नए अभियान को ‘हुल क्रांति पार्ट-2’ बताया। उन्होंने कहा,
“177 साल पहले सिद्धो-कान्हू ने अंग्रेजों के खिलाफ हुल आंदोलन शुरू किया था, अब समय है कि जनता झूठे वादों और पूंजीवादी नीतियों के खिलाफ एक नई हुल क्रांति छेड़े। हमने इसके लिए जनजागरण अभियान शुरू कर दिया है।”
सरना धर्म कोड पर राजनीतिक आरोप
सरना धर्म कोड के मुद्दे पर उन्होंने झामुमो पर निशाना साधते हुए कहा कि यह आंदोलन पूरी तरह से राजनीतिक मंशा से प्रेरित है। “अगर सरकार और झामुमो सच में ईमानदार होते तो यह मुद्दा अब तक हल हो चुका होता।”
आगामी रणनीति का संकेत
बेसरा ने यह भी स्पष्ट किया कि झारखंड पीपुल्स पार्टी राज्य में जन अधिकारों की लड़ाई को लेकर चरणबद्ध आंदोलन चलाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले चुनाव में पार्टी अपनी भूमिका को और सक्रिय रूप में सामने लाएगी।