असत्य पर सत्य की जीत का प्रतीक है रावण दहन —- मुकेश सिंह
सिंदरी :- विजयादशमी असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है. बुराई चाहे कितनी भी बड़ी और विकराल क्यूं न हो, देर से ही सही पर सत्य की हमेशा जीत होती है। जिस प्रकार भगवान राम, सीता और लक्ष्मण को सत्य की राह पर चलते हुए 14 वर्ष का वनवास भी काटना पड़ा, लेकिन जीत सत्य की हुई और रामराज स्थापित हुआ। यह बातें
शिव मंदिर शहरपुरा में आयोजित रावण दहन कार्यक्रम में सम्मानित अतिथि के तौर पर सम्मिलित हुए झामुमो जिला उपाध्यक्ष मुकेश सिंह ने कही.
उन्होंने कहा कि विजयादशमी का त्योहार हमें यह बताता है कि असत्य पर सत्य की जीत हमेशा होती है और रावण रूपी बुराई अंततः जलकर स्वाहा हो ही जाता है।
उन्होंने कहा शहरपुरा शिव मंदिर में बीते 65 वर्षों से रावण दहन महोत्सव कार्यक्रम होता आ रहा है। अविभाजित बिहार के समय सिर्फ सिंदरी में ही रावण दहन महोत्सव का आयोजन होता था। इसको देखने के लिए कई प्रदेशों के लोग आते थे। हालांकि आज भी हजारों लोग असत्य पर सत्य के विजय के प्रतीक रावण दहन महोत्सव का गवाह बनते हैं.
रावण दहन कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि भाजपा प्रदेश कार्य समिति सदस्य रागिनी सिंह के हाथों फीता काटकर किया गया. मौक़े पर विशिष्ट अतिथि में बीआईटी सिंदरी के निदेशक पंकज राय,डीएन सिंह, निर्मला सिंह, सम्मानित अतिथि में एलबी सिंह, कुम्भनाथ सिंह उपस्थित हुए.
चार लाख की लागत से 65 फीट ऊंचा व 55 फीट चौड़ा रावण का पुतला को जलाया गया.रावण दहन से पूर्व राम लक्ष्मण सीता हनुमान जी की झांकी निकाली गई.हर वर्ष की भांति हजारों हजार की संख्या में लोग रावण दहन कार्यक्रम को देखने पहुंचे। वही इस मां मौके पर सुरेश बिहारी सिंह ,सुनील सिंह , बृजेश सिंह ,रावण दहन समिति के अध्यक्ष दिनेश सिंह , राजेंद्र सिंह, बृजेश्वर सिंह, कामेश्वर सिंह सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे ।