धनबाद में ‘परीक्षा पर्व’ का आयोजन, बच्चों को तनाव मुक्त रखने पर जोर
धनबाद, 9 अप्रैल — राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के निर्देश पर मंगलवार को जिला शिक्षा विभाग की ओर से न्यू टाउन हॉल में ‘परीक्षा पर्व’ का आयोजन किया गया। इस विशेष कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को परीक्षा के तनाव से मुक्त रखने के उपायों को साझा करना और शिक्षकों तथा अभिभावकों को इस दिशा में जागरूक करना था।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में शिक्षक, अभिभावक और क्लस्टर रिसोर्स पर्सन (CRP) शामिल हुए। आयोजन में NCPCR के विशेषज्ञों के अलावा जिले के दो नामित एक्सपर्ट — सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य सुमंत कुमार मिश्रा और एसओइ के मैनेजर सह जवाहर नवोदय विद्यालय के सेवानिवृत्त प्राचार्य शामी अख्तर — भी मौजूद रहे।
सेशन के दौरान विशेषज्ञों ने बताया कि परीक्षा के दौरान बच्चों पर अनावश्यक दबाव नहीं बनाया जाना चाहिए। अभिभावकों और शिक्षकों को बच्चों की क्षमताओं को समझते हुए अपेक्षाएं तय करनी चाहिए ताकि छात्र तनाव मुक्त होकर परीक्षा दे सकें।
प्राचार्य सुमंत कुमार मिश्रा ने कहा, “आज के समय में मानसिक स्वास्थ्य भी पढ़ाई जितना ही अहम है। जब बच्चे तनाव में होते हैं, तो वे अपनी पूरी क्षमता के साथ प्रदर्शन नहीं कर पाते।” वहीं शामी अख्तर ने परीक्षा पूर्व प्रेरणादायी माहौल देने की आवश्यकता पर बल दिया।
जिला शिक्षा पदाधिकारी अभिषेक झा ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि परीक्षा पर्व का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अंदर आत्मविश्वास भरना और परीक्षा को उत्सव की तरह मनाना है। उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि वे परीक्षा की तैयारी के दौरान विद्यार्थियों के मानसिक स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।
कार्यक्रम के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र आयोजित किया गया, जिसमें शिक्षकों और अभिभावकों ने विशेषज्ञों से परीक्षा के समय बच्चों के व्यवहार, दिनचर्या और पढ़ाई की तकनीकों पर सवाल पूछे और सुझाव प्राप्त किए।