एनएसयूआई ने परीक्षा नियंत्रक का घेराव कर उठाई छात्रों की समस्याएं
धनबाद(झारखंड) : गुरुवार को नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) के प्रतिनिधिमंडल ने विनोबा भावे विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक का घेराव किया। इस प्रदर्शन का कारण हाल ही में प्रकाशित सेमेस्टर-2 के परिणामों में गंभीर त्रुटियां थीं, जिनसे छात्र-छात्राओं में भारी असंतोष था। कई छात्र कई दिनों से इन गलतियों को लेकर परेशान थे और उनकी शिकायतों को विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा अनसुना किया जा रहा था।
परिणामों में गंभीर अनियमितताएं
छात्रों का आरोप है कि एमडीसी-2 (इंग्लिश) और एईसी-2 (इंग्लिश/हिंदी) विषयों में कई विद्यार्थियों को शून्य अंक (0 Marks) दिए गए, जबकि उन्होंने परीक्षा में पूरे मन से उत्तर लिखे थे। छात्रों का कहना है कि यह केवल एक संयोग नहीं बल्कि परीक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही का परिणाम है। इस तरह की त्रुटियां विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने के समान हैं।
एनएसयूआई ने दी आंदोलन की चेतावनी
इस मौके पर एनएसयूआई के नेता राज रंजन सिंह ने कहा कि यदि परीक्षा विभाग ने जल्द से जल्द अपनी गलतियों को सुधार कर सही परिणाम जारी नहीं किया, तो संगठन उग्र आंदोलन करेगा। उन्होंने कहा कि छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने प्रशासन से यह सुनिश्चित करने की मांग की कि आगे से इस तरह की त्रुटियां न हों।
परीक्षा नियंत्रक ने दिया आश्वासन
एनएसयूआई के विरोध-प्रदर्शन और छात्रों की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए परीक्षा नियंत्रक ने त्रुटियों को ठीक करने और पुनर्मूल्यांकन करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द सभी प्रभावित छात्रों के परिणामों की समीक्षा की जाएगी, ताकि किसी भी विद्यार्थी को अनुचित तरीके से नुकसान न हो।
प्रदर्शन में शामिल प्रमुख छात्र नेता
इस घेराव में सनी सिंह, राज रंजन सिंह, अंकुश कुमार, अभिषेक कुमार सहित एनएसयूआई के कई कार्यकर्ता मौजूद थे। सभी ने एक स्वर में परीक्षा विभाग से निष्पक्ष जांच और सही परिणाम जारी करने की मांग की।
एनएसयूआई ने स्पष्ट किया कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो वे वृहद स्तर पर आंदोलन करेंगे और छात्रों के हक के लिए संघर्ष जारी रखेंगे।