चक्रधरपुर मंडल में नॉन इंटरलॉकिंग कार्य, कई ट्रेनों के परिचालन में बदलाव
धनबाद (झारखंड):- दक्षिण पूर्व रेलवे के चक्रधरपुर मंडल में नॉन इंटरलॉकिंग (एनआई) कार्य के चलते कई ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है। इस कार्य के कारण कुछ ट्रेनों को पुनर्निर्धारित समय पर चलाया जाएगा। रेलवे ने यात्रियों को होने वाली असुविधा के लिए खेद प्रकट किया है और उन्हें अपडेटेड समय सारणी के अनुसार यात्रा की योजना बनाने की सलाह दी है।
रेलवे के अनुसार, नॉन इंटरलॉकिंग कार्य के दौरान निम्नलिखित ट्रेनें प्रभावित होंगी:
1. गोरखपुर-सम्बलपुर मौर्या एक्सप्रेस (15028)
यह ट्रेन 21 फरवरी 2025 को गोरखपुर स्टेशन से निर्धारित समय से 60 मिनट देरी से चलेगी।
2. सिकंदराबाद-रक्सौल एक्सप्रेस (07005)
24 फरवरी 2025 को सिकंदराबाद स्टेशन से यह ट्रेन 180 मिनट (तीन घंटे) की देरी से चलेगी।
3. धनबाद-एल्लेप्पी एक्सप्रेस (13351)
25 फरवरी 2025 को धनबाद स्टेशन से यह ट्रेन 270 मिनट (साढ़े चार घंटे) की देरी से रवाना होगी।
यात्रियों के लिए महत्वपूर्ण सूचना
रेलवे ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे अपनी यात्रा से पहले नवीनतम जानकारी के लिए रेलवे हेल्पलाइन, रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट या पूछताछ केंद्र से संपर्क करें। रेलवे द्वारा जारी अपडेट्स का पालन करने से यात्रियों को यात्रा में किसी भी तरह की असुविधा से बचने में मदद मिलेगी।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, यह नॉन इंटरलॉकिंग कार्य रेलवे संचालन को सुचारू बनाने और सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने के लिए किया जा रहा है। इस दौरान रेलवे ट्रैक और सिग्नलिंग सिस्टम को अपग्रेड किया जाएगा, जिससे भविष्य में ट्रेन परिचालन अधिक कुशल और सुरक्षित हो सकेगा।
रेलवे ने यात्रियों से की सहयोग की अपील
चक्रधरपुर मंडल के अधिकारियों ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे इस अस्थायी बदलाव को ध्यान में रखते हुए अपनी यात्रा की योजना बनाएं। नॉन इंटरलॉकिंग कार्य रेलवे के दीर्घकालिक विकास के लिए आवश्यक है और इससे भविष्य में यात्रा सुविधाओं में सुधार होगा।
रेलवे प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि प्रभावित ट्रेनों के अलावा अन्य ट्रेनें अपने निर्धारित समय पर चलेंगी। फिर भी, यात्रा से पहले यात्री अपनी ट्रेन की स्थिति की पुष्टि कर लें।
यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने प्रमुख स्टेशनों पर जानकारी देने के लिए विशेष काउंटर और अनाउंसमेंट सिस्टम को सक्रिय कर दिया है। इस दौरान हेल्पलाइन नंबरों पर भी ट्रेनों की अपडेटेड जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
रेलवे द्वारा किया जा रहा कार्य क्यों जरूरी?
नॉन इंटरलॉकिंग कार्य रेलवे के परिचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे सिग्नलिंग सिस्टम में सुधार होता है, जिससे ट्रेनों का परिचालन अधिक सुरक्षित और प्रभावी बनता है। इस तरह के कार्य मुख्य रूप से रेलवे नेटवर्क को आधुनिक बनाने और यात्रियों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए किए जाते हैं।