ग्रामीण भारत के लिए नेतृत्व का नया पाठ: IIT ISM में देशव्यापी MDP कार्यक्रम की शुरुआत
धनबाद: IIT (ISM) धनबाद में भारत सरकार के पंचायती राज मंत्रालय के सहयोग से सोमवार से देशव्यापी लीडरशिप और मैनेजमेंट डिवेलपमेंट प्रोग्राम (MDP) का शुभारंभ हुआ। पांच दिवसीय इस विशेष प्रशिक्षण सत्र में देश के छह राज्यों—पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, असम, ओडिशा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह तथा झारखंड—से आए 50 पंचायत प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।
कार्यक्रम का उद्घाटन बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के चेयरमैन प्रो. प्रेम व्रत ने ऑनलाइन माध्यम से किया, जबकि उद्घाटन समारोह में आईआईटी (आईएसएम) के डायरेक्टर प्रो. सुकुमार मिश्रा, डिप्टी डायरेक्टर प्रो. धीरेज कुमार, डीन ऑफ कॉरपोरेट कम्युनिकेशन एवं MDP कोऑर्डिनेटर प्रो. रजनी सिंह, और रजिस्ट्रार प्रमोद पांडेय समेत अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर डायरेक्टर प्रो. सुकुमार मिश्रा ने देश के विकास में वैज्ञानिक अनुसंधान की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा,
“जब देश को अन्न की जरूरत थी, तब जय किसान का नारा बुलंद हुआ। जब देश की सुरक्षा की बात आई तो जय जवान का नारा दिया गया। फिर विज्ञान की जरूरत पर जय विज्ञान का श्लोगन आया। और अब समय है ‘जय अनुसंधान’ का, क्योंकि विज्ञान के साथ अनुसंधान देश की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।”
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य पंचायती राज व्यवस्था के प्रतिनिधियों को लीडरशिप, प्रभावशाली संवाद, सुशासन, वित्तीय प्रबंधन और तकनीकी नवाचार जैसे क्षेत्रों में दक्ष बनाना है, ताकि वे जमीनी स्तर पर ग्रामीण विकास को गति दे सकें।
पहले दिन के सत्रों में “रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन”, “ब्रिजिंग गैप्स थ्रू इफेक्टिव कम्युनिकेशन” और “ग्राम पंचायत एंड वर्क मैनेजमेंट” जैसे विषयों पर व्याख्यान एवं संवाद हुए।
8 अप्रैल को कार्यक्रम का फोकस “टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन एंड रूरल डिवेलपमेंट” पर रहेगा, जबकि समापन दिवस पर प्रतिभागियों का पोस्ट-असेसमेंट रिव्यू और वैलेडिक्टरी सेरेमनी का आयोजन किया जाएगा।
इस तरह के कार्यक्रम भारत सरकार की विकेंद्रीकृत शासन व्यवस्था और ग्राम्य सशक्तिकरण के प्रति उसकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। यह पहल जमीनी नेतृत्व को नई दिशा देने में अहम भूमिका निभा रही है।