वक्फ बोर्ड कानून के विरोध में मुस्लिम संगठनों का महाधरना, राजभवन के समक्ष हज़ारों लोगों ने किया प्रदर्शन
रांची, 13 अप्रैल 2025 — झारखंड की राजधानी रांची में आज वक्फ बोर्ड कानून के खिलाफ मुस्लिम समाज और विभिन्न संगठनों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया। जामिया इस्लामिया की अगुवाई में आयोजित इस महाधरना कार्यक्रम में झारखंड के कोने-कोने से आए हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया। प्रदर्शनकारियों ने राजभवन के बाहर हाथों में तख्तियां लेकर केंद्र सरकार से इस कानून को वापस लेने की मांग की।
प्रदर्शनकारी ‘काला कानून वापस लो’, ‘धार्मिक अधिकारों का हनन बंद करो’, जैसे नारों के साथ सड़कों पर उतरे और पूरे शांतिपूर्ण ढंग से अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड कानून मुस्लिम समुदाय के धार्मिक, सामाजिक और ऐतिहासिक अधिकारों पर सीधा हमला है। इसमें गैर-मुस्लिम प्रतिनिधियों को शामिल करना, सरकारी नियंत्रण में वृद्धि, और पारंपरिक वक्फ व्यवस्था में हस्तक्षेप जैसी बातें मुस्लिम समाज को अस्वीकार्य हैं।
जामिया इस्लामिया के प्रतिनिधियों सहित तमाम मुस्लिम नेताओं ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि जब तक यह कानून वापस नहीं लिया जाता, तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने इसे “काला कानून” करार देते हुए कहा कि यह मुस्लिम समाज की धार्मिक स्वतंत्रता और ऐतिहासिक परंपराओं के खिलाफ है।
प्रदर्शन के अंत में एक प्रतिनिधिमंडल ने महामहिम राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार से मुलाकात कर एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के माध्यम से उन्होंने केंद्र सरकार तक यह संदेश पहुंचाने की मांग की कि झारखंड की धरती से मुस्लिम समाज इस कानून का पूर्णतः विरोध करता है।
इस महाधरना में शामिल संगठनों ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका विरोध संविधान के दायरे में है और वे न्यायिक और लोकतांत्रिक माध्यमों से ही अपनी बात रखते रहेंगे।