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जुड़वां बच्चों को जन्म देने के बाद प्रसूता की मौत, नर्सिंग होम पर परिजनों का फूटा गुस्सा

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धनबाद (झारखंड) :- जिले के गोविंदपुर क्षेत्र अंतर्गत मुर्गाबानी की रहने वाली नसीमा खातून (पति – मजीद अंसारी) की प्रसव के बाद हुई मौत को लेकर इलाके में आक्रोश फैल गया। परिजनों ने स्थानीय नर्सिंग होम के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है।

ऑपरेशन के बाद बिगड़ी तबीयत, रांची रेफर के दौरान मौत

जानकारी के मुताबिक, नसीमा खातून ने जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था, और यह प्रसव ऑपरेशन से हुआ था। लेकिन ऑपरेशन के बाद से ही उनकी ब्लीडिंग नहीं रुक रही थी। हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची के रिम्स अस्पताल रेफर कर दिया, जहां शनिवार को उनकी मौत हो गई।

शव पहुंचते ही फूटा गुस्सा, नर्सिंग होम पर लापरवाही का आरोप

रविवार को जैसे ही मृतका का शव गोविंदपुर पहुंचा, परिजनों और ग्रामीणों में गुस्सा भड़क गया। उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय नर्सिंग होम के डॉक्टरों ने इलाज में घोर लापरवाही बरती, जिसके कारण नसीमा की हालत लगातार बिगड़ती गई। उनका कहना है कि अगर सही समय पर उचित इलाज होता, तो नसीमा की जान बचाई जा सकती थी।

परिजनों का कहना था कि नसीमा को अनावश्यक रूप से रांची रेफर किया गया, जबकि बेहतर इलाज गोविंदपुर में ही संभव था।

न्याय की मांग, अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग

मृतका के परिजनों और ग्रामीणों ने नर्सिंग होम प्रबंधन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि नर्सिंग होम की लापरवाही के कारण एक महिला की जान चली गई, और ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाना जरूरी है ताकि भविष्य में किसी और के साथ ऐसा न हो।

मौके पर पुलिस बल तैनात, लोगों को शांत कराने में जुटे थाना प्रभारी

परिजनों और स्थानीय लोगों के गुस्से को देखते हुए गोविंदपुर थाना प्रभारी मो. रुस्तम मौके पर दलबल के साथ पहुंचे और लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि परिवार की शिकायत को गंभीरता से लिया जाएगा और मामले की पूरी जांच की जाएगी।

हालांकि, नर्सिंग होम प्रबंधन की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन सूत्रों के मुताबिक, नर्सिंग होम का कहना है कि उन्होंने मरीज के इलाज में कोई लापरवाही नहीं बरती, और जब स्थिति गंभीर हुई, तब उन्हें बेहतर इलाज के लिए रांची रेफर किया गया।

इस घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क हो गया है। प्रशासन ने नर्सिंग होम के इलाज प्रक्रिया की जांच कराने की बात कही है। अगर जांच में लापरवाही साबित होती है, तो संबंधित डॉक्टरों और अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

गांव में शोक की लहर, बच्चों के सिर से मां का साया उठा

इस दर्दनाक घटना से गांव में शोक की लहर है। सबसे बड़ी चिंता अब यह है कि मृतका के जुड़वा बच्चों का भविष्य क्या होगा। परिवार के लोग गहरे सदमे में हैं, और न्याय की मांग कर रहे हैं।

अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या नर्सिंग होम प्रबंधन पर कोई कार्रवाई होती है या नहीं।

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