मयूर शेखर झा ने 108 कन्याओं का पांव पखार किया कन्या पूजन,बोले मयूर – माताएं बच्चियां शक्ति का रूप
धनबाद. शारदीय नवरात्रि के अवसर पर युवा नेता मयूर शेखर झा ने 108 कन्याओं का पूजन कर नवरात्र आराधना पूरी की।
108 कन्याओं और 12 बटुक भैरव के पांव पखारकर उन्हें अपने हाथ से भोजन कराया।
मयूर शेखर ने कन्याओं को दक्षिणा व उपहार देकर विदाई करने के बाद कहा कि नवरात्र का पर्व नारी शक्ति के सम्मान का प्रतीक है। सनातन हिंदू धर्म में कुंवारी कन्याओं का पूजन और सत्कार आदि शक्ति मां दुर्गा के विभिन्न स्वरूपों का पूजन है।
मयूर शेखर झा ने कहा कि माताएं, बच्चियां लक्ष्मी कि रूप होती हैं साक्षात् शक्ति का रूप होती है और हम सभी को यह बात अपने जहन में उतारने की जरूरत है.उन्होंने कहा शक्ति की आराधना नौ दिनों का नही होना चाहिए, इसे हमें आत्मसात करना चाहिए,शक्ति की आराधना हमारे जीवन का सार होना चाहिए.भारत के लोग जिस दिन शक्ति की भक्ति, शक्ति की देवी की उपासना को सार बना लेंगे उस दिन से महिलाओं के साथ बढ़ती घटनाएँ थम जाएंगी.
उन्होंने कहा कि इन्ही सब आकांक्षाओं के साथ आज शारदीय नवरात्रि के अवसर पर 108 कन्याओं का पूजन किया गया है और माता रानी से यह कामना की गई है कि माता रानी धनबाद को पलायन, बेरोजगारी, अपराध से मुक्ति दे.