कोल इंडिया चेयरमैन से मिले खीरू महतो, मजदूरों की समस्याओं के समाधान की मांग
धनबाद/कोलकाता। झारखंड में कोयला खदानों से जुड़े मजदूरों की समस्याएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। इन मुद्दों को लेकर जदयू के राज्यसभा सांसद सह झारखंड प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो ने कोलकाता में कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) के चेयरमैन पी.एम. प्रसाद से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने धनबाद स्थित भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (BCCL) की आउटसोर्सिंग समस्या और असंगठित मजदूरों की परेशानियों को लेकर चर्चा की। उनके साथ धनबाद जिला जदयू के अध्यक्ष पिंटू कुमार सिंह भी मौजूद रहे।
आउटसोर्सिंग और असंगठित मजदूरों की समस्या पर चर्चा
खीरू महतो ने बैठक के दौरान कोल इंडिया चेयरमैन को बताया कि बीसीसीएल के कई आउटसोर्सिंग प्रोजेक्ट्स में मजदूरों का शोषण किया जा रहा है। असंगठित मजदूरों को उचित सुविधाएं नहीं मिल रही हैं और वे न्यूनतम वेतन से भी वंचित हैं। कोल ब्लॉकों में काम करने वाले स्थानीय मजदूरों को रोजगार में प्राथमिकता देने की भी मांग उठाई गई।
उन्होंने कहा कि आउटसोर्सिंग कंपनियां मजदूरों के हक को अनदेखा कर रही हैं, जिससे उनके जीवनयापन में कठिनाई हो रही है। मजदूरों की सुरक्षा, वेतनमान और अन्य सुविधाओं को लेकर कोल इंडिया को ठोस कदम उठाने चाहिए।
मजदूरों के हक की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रहेगा
खीरू महतो ने कहा कि यदि मजदूरों की समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया तो वे इस मुद्दे को संसद में भी उठाएंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि जदयू मजदूरों के हक की लड़ाई जारी रखेगा और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास करेगा।
कोल इंडिया चेयरमैन ने दिया भरोसा
पी.एम. प्रसाद ने खीरू महतो की बातों को गंभीरता से सुना और भरोसा दिलाया कि आउटसोर्सिंग कंपनियों की गतिविधियों की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि मजदूरों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर हल किया जाएगा और उनकी स्थिति को सुधारने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
मजदूर हित में अहम पहल
इस बैठक को कोयला खदानों में काम करने वाले मजदूरों के लिए एक अहम पहल माना जा रहा है। धनबाद सहित झारखंड के कोयला क्षेत्र में कार्यरत असंगठित मजदूर लंबे समय से अपने अधिकारों और सुविधाओं के लिए संघर्ष कर रहे हैं। अब देखने वाली बात होगी कि कोल इंडिया मजदूरों की समस्याओं के समाधान के लिए कितनी जल्दी कार्रवाई करता है।