101वीं जयंती पर याद किए गये झारखंड आंदोलन के पुरोधा बिनोद बिहारी महतो
धनबाद :-झारखंड आंदोलन के पुरोधा बिनोद बिहारी महतो की आज 101वीं जयंती मनाई जा रही है.झामुमो धनबाद जिला कमिटी ने आज धनबाद स्टेशन रोड में बिनोद बाबू के आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया.
इस अवसर पर टुंडी विधायक मथुरा प्रसाद महतो, केंद्रीय कार्यकारिणी सदस्य अमितेश सहाय, झामुमो जिला अध्यक्ष लखी सोरेन, जिला उपाध्यक्ष मुकेश सिंह, जिला सचिव मन्नू आलम,जिला संगठन सचिव मदन महतो, झामुमो नेत्री सह जिप सदस्य लक्ष्मी मुर्मू, महानगर अध्यक्ष मंटू चौहान, अल्पसंख्यक मोर्चा के महानगर अध्यक्ष सद्दाम हुसैन,कमाल हुसैन, संगठन सचिव मयूर हराधन, पूर्व केंद्रीय सदस्य जग्गू महतो, आशीष गोराई,इस्राफील अंसारी आदि ने बिनोद बाबू की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित किया.
इस अवसर पर मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि झारखंड आंदोलन के पुरोधा बिनोद बिहारी महतो का जन्म धनबाद जिले के बलियापुर प्रखंड स्थित बड़ादाहा गांव में हुआ था. उन्होंने शिबू सोरेन, एके राय के साथ मिलकर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) का गठन किया था. झारखंड आंदोलन को धार देने में उनकी बड़ी भूमिका रही.
लखी सोरेन ने कहा बिनोद बाबू ने समाज सुधार व शिक्षा को ले कर कई बड़े अभियान चलाये.
मुकेश सिंह ने इस अवसर पर कहा कि
बिनोद बाबू का नारा ही था- पढ़ो और लड़ो. दो बार बिनोद बिहारी महतो बिहार विधानसभा के सदस्य तथा एक बार सांसद बने.वे हमेशा शोषण, सामाजिक कुप्रथा के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाते रहे.
मन्नू आलम ने कहा कि बिनोद बाबू ने कभी सिद्धांतो से समझौता नहीं किया.झारखंड अलग राज्य के आंदोलन को धार दिये.