आज के दौर में सभ्यता संस्कृति को दरकिनार कर गाए जा रहे भोजपुरी गाने – भरत शर्मा
कन्हैया कुमार/धनबाद
धनबाद(झारखंड) :- भोजपुरी के प्रसिद्ध गायक भरत शर्मा “व्यास” ने कहा कि आधुनिकता की चकाचौंध में हमें अपनी संस्कृति, सभ्यता व संस्कारों को दरकिनार नही करना चाहिए। आज के समय में हम शिष्टाचार, नैतिकता को भूलते जा रहे हैं। शिष्टाचार व नैतिकता हमारे जीवन में बहुत अहम चीजें हैं। हमारे समय में भोजपुरी गाने में सभ्यता संस्कृति झलकती थी. परिवार के लोग बहन – बेटी सभी एक साथ भोजपुरी गाने सुन सकते थे और आज भी हमने भोजपुरी गाने में सभ्यता संस्कृति को महत्व दिया है जबकि आज के भोजपुरी गायक व्यूज के चक्कर में भोजपुरी की सभ्यता – संस्कृति को दरकिनार करके गाने पेश कर रहे हैं.
यह बातें उन्होंने धनबाद में मिडिया से बातचीत में कहीं. एक मामले में भरत शर्मा न्यायालय में हाजिर होने धनबाद पहुंचे थे.
उन्होंने मिडिया को बताया कि आज भोजपुरी के कुछ तथाकथित कलाकार शादी-विवाह जैसे आयोजन में नाचने वाले नचनिया की भूमिका अदा कर रहे हैं. महिलाओं के साथ फुहड़ता प्रदर्शित कर वे एल्बम और गीत लॉन्च कर रहे हैं. इसका नतीजा है कि भोजपुरी जैसी समृद्ध भाषा की आज तौहीन हो रही है.
उन्होंने कहा वर्तमान समय में भोजपुरी गानों में फुहड़ता और अश्लीलता के लिए सिर्फ वैसे कलाकार या गायक ही जिम्मेदार नहीं हैं, बल्कि श्रोता वर्ग भी जिम्मेदार हैं. अगर श्रोता वर्ग इन फूहड़ और अश्लील गानों को नकार दें तो भोजपुरी में अश्लीलता फैलाने वाले कलाकारों की दुकानदारी चंद मिनटों में बंद हो जाएगी.