पूर्व सांसद धीरज प्रसाद साहू शामिल हुए नवादा की मतदाता अधिकार रैली में, बोले – लोकतंत्र में मतदाताओं के अधिकार का हनन बर्दाश्त नहीं
लोहरदगा। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस द्वारा संचालित मतदाता अधिकार रैली में झारखंड से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व सांसद धीरज प्रसाद साहू ने मंगलवार को बिहार के नवादा जिले में सक्रिय भागीदारी निभाई। उनके साथ झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश एवं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप बालमुचू भी उपस्थित रहे। नेताओं ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर रैली को मजबूत बनाने के लिए रणनीतिक चर्चा की।
राहुल गांधी के संकल्प को दी मजबूती
रैली में भाग लेकर धीरज प्रसाद साहू ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में चल रहे लोकतंत्र और मतदाता अधिकार संरक्षण आंदोलन को मजबूती प्रदान की। उन्होंने कहा— “यह रैली सिर्फ़ राजनीतिक सभा नहीं, बल्कि लोकतंत्र को बचाने की एक व्यापक मुहिम है। देश में जिस प्रकार से मतदाताओं के अधिकारों का हनन हो रहा है, वह बेहद चिंताजनक है। कांग्रेस इसका पुरज़ोर विरोध करती है और जनता को उनका हक दिलाकर रहेगी।”
बिहार कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से हुई मुलाकात
नवादा पहुंचकर झारखंड कांग्रेस नेताओं ने महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा, बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम एवं युवा नेता कन्हैया कुमार से मुलाकात की। इस दौरान—
मतदाता अधिकार रैली की तैयारियों व रूपरेखा पर चर्चा की गई
संगठनात्मक मुद्दों और राज्यों के बीच समन्वय पर जोर दिया गया
महिला कांग्रेस की भूमिका और भागीदारी पर विशेष मंथन हुआ
विशेषकर अलका लांबा से झारखंड में महिला कांग्रेस को और अधिक सशक्त करने की दिशा में विचार-विमर्श हुआ।
एक घंटे चली अहम राजनीतिक बैठक
इस मौके पर हुई करीब एक घंटे की राजनीतिक चर्चा में नेताओं ने स्पष्ट किया कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा चुनाव आयोग के साथ मिलीभगत कर मतदाताओं को गुमराह करने की साज़िश को कांग्रेस कभी बर्दाश्त नहीं करेगी।
पूर्व सांसद धीरज प्रसाद साहू ने कहा कि देश के हर नागरिक को निष्पक्ष, पारदर्शी और स्वतंत्र मतदान का अधिकार है, और अगर इसे दबाया गया तो कांग्रेस सड़कों से लेकर संसद तक संघर्ष करेगी।
नवादा में आयोजित मतदाता अधिकार रैली कांग्रेस के लिए केवल एक जनसंपर्क कार्यक्रम नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा का एलान है।
पूर्व सांसद धीरज प्रसाद साहू और झारखंड कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं की भागीदारी यह संकेत देती है कि पार्टी आने वाले दिनों में राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर जन मुद्दों को लेकर और अधिक आक्रामक रुख अपना सकती है।
राहुल गांधी का यह अभियान आने वाले चुनावों के लिए एक निर्णायक रणनीति के रूप में उभरता दिख रहा है, जिसमें झारखंड की भी अहम भूमिका तय मानी जा रही है।