नशे के खिलाफ जिला प्रशासन सख्त, सूचना तंत्र मजबूत कर मादक पदार्थ विक्रेताओं पर करें कार्रवाई – एडीएम
धनबाद: मंगलवार को समाहरणालय सभागार में एडीएम (लॉ एंड ऑर्डर) पीयूष सिन्हा की अध्यक्षता में नेशनल नार्कोटिक्स कोऑर्डिनेशन (एनकोर्ड) की जिला स्तरीय समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में नशीले पदार्थों की रोकथाम, युवाओं को नशे से बचाने, और विभागीय समन्वय को मजबूत करने को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए।
मादक पदार्थ विक्रेताओं की दें पुलिस को सूचना: एडीएम
बैठक में एडीएम ने पान गुमटियों और सार्वजनिक स्थलों पर बिकने वाले गांजा व अन्य नशीले पदार्थों पर चिंता जताते हुए कहा कि सूचना तंत्र को मजबूत किया जाए ताकि ऐसे तत्त्वों की पहचान कर समय रहते उन पर कार्रवाई की जा सके। उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया कि ऐसे मामलों की सूचना तुरंत पुलिस को दें और कोटपा 2003 के तहत पुलिस बल के सहयोग से अभियान तेज किया जाए।
साथ ही उन्होंने कहा कि नशे के विरुद्ध जन-जागरूकता अभियान चलाया जाए और बच्चों, किशोरों और युवाओं को नशे की गिरफ्त में आने से रोका जाए। इसके लिए अंतरविभागीय समन्वय जरूरी है।
अफीम की खेती की सूचना छुपाना है अपराध: ग्रामीण एसपी
ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी ने बैठक में कहा कि यदि जिले में अफीम की अवैध खेती की जानकारी किसी अधिकारी या कर्मचारी को मिलती है और वह उसे पुलिस को नहीं देता, तो यह गंभीर अपराध है। उन्होंने स्पष्ट किया कि एनकोर्ड के अंतर्गत ऐसी लापरवाही पर 6 महीने की सजा का प्रावधान है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस दिशा में सख्ती बरतें और सूचना मिलने पर तुरंत कार्रवाई करें।
नशे के खिलाफ अभियान में तेजी लाने पर जोर
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जिले में नशीली वस्तुओं की बिक्री पर नियंत्रण लगाने के लिए नियमित छापेमारी अभियान चलाया जाएगा। स्कूल, कॉलेज और युवाओं के बीच जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि समाज में नशे के खिलाफ एक सकारात्मक माहौल बन सके।
उपस्थित पदाधिकारी
बैठक में एडीएम लॉ एंड ऑर्डर पीयूष सिन्हा, ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी, सहायक आयुक्त उत्पाद राम लीला रवानी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीता कुजूर सहित कई अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।