धनबाद रेल मंडल ने कुंभ स्पेशल ट्रेनों से कमाए 3.65 करोड़ रुपये, लोडिंग में रहा दूसरे स्थान पर
धनबाद (झारखंड):- धनबाद रेल मंडल ने महाकुंभ के दौरान यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए 76 कुंभ स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया, जिससे रेलवे को 3 करोड़ 65 लाख रुपये की कमाई हुई। यह जानकारी धनबाद रेल मंडल (DRM) कमल किशोर सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि इस दौरान यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता दी गई, जिससे माल ढुलाई (लोडिंग) पर असर पड़ा और धनबाद डिवीजन लोडिंग में दूसरे स्थान पर खिसक गया। हालांकि, रेलवे प्रशासन को भरोसा है कि मार्च में लोडिंग के प्रदर्शन को बेहतर किया जाएगा और फिर से पहला स्थान हासिल किया जाएगा।
76 कुंभ स्पेशल ट्रेनों का सफल संचालन
महाकुंभ जैसे बड़े आयोजन में लाखों श्रद्धालु देश के अलग-अलग हिस्सों से प्रयागराज (इलाहाबाद) और हरिद्वार पहुंचते हैं। ऐसे में रेलवे ने यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए धनबाद रेल मंडल से कुल 76 स्पेशल ट्रेनें चलाईं, जिससे लोगों को यात्रा में सहूलियत मिली।
इनमें निम्नलिखित स्टेशनों से ट्रेनें चलाई गईं:
धनबाद स्टेशन से 28 ट्रेनें
डालटनगंज से 08 ट्रेनें
चोपन से 04 ट्रेनें
गोमो से 03 ट्रेनें
पारसनाथ से 03 ट्रेनें
बरकाकाना से 03 ट्रेनें
बरवाडीह से 02 ट्रेनें
गढ़वा रोड से 01 ट्रेन
कोडरमा से 01 ट्रेन
इसके अलावा, धनबाद डिवीजन होकर 23 कुंभ स्पेशल ट्रेनें भी गुजरीं, जिससे श्रद्धालुओं को काफी सुविधा मिली। इन ट्रेनों के संचालन से रेलवे को 3 करोड़ 65 लाख रुपये की आय हुई, जो एक बड़ी उपलब्धि है।
लोडिंग में गिरावट, मार्च में वापसी की तैयारी
धनबाद रेल मंडल ने कुंभ मेले के दौरान यात्रियों के लिए विशेष ट्रेनों का संचालन तो किया, लेकिन इसका असर माल ढुलाई (लोडिंग) पर पड़ा। फरवरी महीने में धनबाद डिवीजन 15.23 मिलियन टन (MT) लोडिंग के साथ दूसरे स्थान पर रहा, जबकि बिलासपुर डिवीजन 15.67 मिलियन टन (MT) के साथ पहले स्थान पर रहा।
धनबाद डिवीजन 0.44 मिलियन टन पीछे रहा।
जनवरी तक धनबाद डिवीजन लोडिंग में पहले स्थान पर था, लेकिन फरवरी में कुंभ ट्रेनों के संचालन के कारण इसमें गिरावट आई।
हालांकि, DRM कमल किशोर सिन्हा ने विश्वास जताया है कि मार्च में लोडिंग में सुधार किया जाएगा और धनबाद डिवीजन फिर से पहला स्थान हासिल करेगा।
कुंभ स्पेशल ट्रेनों से यात्रियों को बड़ी राहत
हर 12 साल में आयोजित होने वाले कुंभ मेले में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। भारतीय रेलवे इस आयोजन में यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष ट्रेनें संचालित करता है। इस बार भी धनबाद रेल मंडल ने विशेष कुंभ स्पेशल ट्रेनों का संचालन कर श्रद्धालुओं को बड़ा फायदा पहुंचाया।
कुंभ स्पेशल ट्रेनों के चलते यात्रियों को अतिरिक्त ट्रेनों का विकल्प मिला, जिससे उन्हें नियमित ट्रेनों की भीड़भाड़ से बचाव मिला।
धनबाद रेल मंडल से चलने वाली ट्रेनों ने झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश के हजारों श्रद्धालुओं को प्रयागराज और हरिद्वार तक पहुंचने में मदद की।
ट्रेनों के संचालन से रेलवे को आर्थिक रूप से भी फायदा हुआ, जिससे 3.65 करोड़ रुपये की कमाई दर्ज की गई।
लोडिंग में सुधार के लिए उठाए जा रहे कदम
हालांकि, कुंभ स्पेशल ट्रेनों के संचालन के कारण लोडिंग में गिरावट आई, लेकिन रेलवे अब इसे सुधारने के लिए पूरी तैयारी कर चुका है। मार्च में लोडिंग को प्राथमिकता दी जाएगी और रेलवे फिर से पहले स्थान पर आने के लिए रणनीति तैयार कर रहा है।
रेलवे प्रशासन अब मालगाड़ियों के संचालन में तेजी लाने, नई फ्रेट पॉलिसी लागू करने और कार्गो बिजनेस को और मजबूत करने पर ध्यान दे रहा है।
भविष्य की योजनाएं:
1. नए रूट्स पर मालगाड़ियों की संख्या बढ़ाई जाएगी।
2. लोडिंग ऑपरेशन को डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ा जाएगा, जिससे ट्रैकिंग और प्रबंधन आसान हो।
3. रेलवे फ्रेट टर्मिनल्स पर आधुनिक सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
4. टाइम-टेबल फ्रेट ट्रेनों का संचालन बढ़ाया जाएगा, जिससे तेज लोडिंग हो सके।
यात्रियों और रेलवे के लिए फायदेमंद रहा कुंभ स्पेशल ट्रेन संचालन
कुल मिलाकर, कुंभ स्पेशल ट्रेनों के संचालन से जहां यात्रियों को कुंभ मेले में जाने की सहूलियत मिली, वहीं रेलवे को भी इससे अच्छी आमदनी हुई। हालांकि, लोडिंग में थोड़ी गिरावट आई, लेकिन रेलवे प्रशासन अब इसे सुधारने की दिशा में काम कर रहा है।
मुख्य बातें:
✔ 76 कुंभ स्पेशल ट्रेनें संचालित की गईं।
✔ यात्रियों की सुविधा बढ़ाने के लिए विभिन्न स्टेशनों से ट्रेनों को चलाया गया।
✔ रेलवे को 3.65 करोड़ रुपये की आमदनी हुई।
✔ फरवरी में धनबाद डिवीजन लोडिंग में दूसरे स्थान पर खिसक गया।
✔ मार्च में लोडिंग को फिर से बेहतर करने की योजना बनाई गई।
धनबाद रेल मंडल की यह पहल यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत साबित हुई और आगे भी रेलवे यात्रियों की सुविधा और लोडिंग में संतुलन बनाए रखने के लिए प्रयास करता रहेगा।