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कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मचाया उत्पात, पत्रकारों से की मारपीट – फोटोग्राफर गंभीर रूप से घायल, प्रेस क्लब में आपात बैठक

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DHANBAD NEWS

धनबाद जिले से एक अत्यंत निंदनीय और चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहाँ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने आपसी झड़प के बाद समाचार संकलन कर रहे पत्रकारों पर हमला कर दिया। घटना रणधीर वर्मा चौक पर घटी, जहां पत्रकारों के साथ मारपीट की गई और उनका कैमरा व मोबाइल फोन छीन लिया गया। इस हमले में फोटोग्राफर मो. शाहिद को गंभीर चोटें आई हैं, जिन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

घटना की शुरुआत हुई जब कांग्रेस कार्यकर्ता नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थे। यह प्रदर्शन रणधीर वर्मा चौक से शुरू होकर आयकर गोलंबर तक गया और वापसी में सभी कार्यकर्ता रणधीर वर्मा चौक पर एकत्रित हुए।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वापसी के दौरान कांग्रेस के दो गुटों में किसी मुद्दे को लेकर आपस में तीखी बहस हुई जो देखते ही देखते मारपीट में तब्दील हो गई। इसी बीच, पत्रकारों और मीडिया कर्मियों ने घटना की कवरेज शुरू कर दी, जिससे नाराज होकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अपना गुस्सा मीडिया पर निकाल दिया।

आरोप है कि जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष रशीद राजा अंसारी के बेटे और उनके भाइयों ने अपने गुट के साथ मिलकर फोटोग्राफर मो. शाहिद पर लाठी-डंडे और लोहे की रॉड से हमला किया, जिससे उनकी नाक में गंभीर चोटें आईं। उनका कैमरा भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया।

इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से जुड़े कैमरापर्सन संजय गुप्ता, पत्रकार अजय प्रसाद और अन्य मीडियाकर्मियों के मोबाइल फोन भी छीन लिए गए और उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई।

प्रेस क्लब की आपात बैठक, एफआईआर और गिरफ्तारी की मांग

घटना की सूचना मिलते ही धनबाद प्रेस क्लब की आपात बैठक बुलाई गई, जिसकी अध्यक्षता संजीव झा ने की। बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि पत्रकारों पर हमला करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ धनबाद थाना में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी और दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की जाएगी।

प्रेस क्लब ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ अब खुद असुरक्षित महसूस कर रहा है। प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला किसी भी सभ्य समाज के लिए खतरे की घंटी है।

धनबाद की यह घटना न सिर्फ पत्रकारिता की आजादी पर सवाल खड़ा करती है बल्कि यह भी दर्शाती है कि राजनीतिक असहमति और आंतरिक गुटबाजी आम नागरिकों और पत्रकारों के लिए कितना खतरनाक रूप ले सकती है। The Times Net इस कायरतापूर्ण हमले की कड़ी निंदा करता है और पत्रकारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील करता है।

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