55 वार्डों में जन समस्याओं के निराकरण को लेकर कांग्रेस सक्रिय, डोर-टू-डोर कैंपेन चलाएगी पार्टी
धनबाद: धनबाद नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत सभी 55 वार्डों में जन समस्याओं के समाधान को लेकर कांग्रेस पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है। इसी कड़ी में बुधवार को नगर निगम क्षेत्र में संगठन सृजन कार्यक्रम की प्रगति को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष एवं नगर निगम क्षेत्र के पर्यवेक्षक अजय कुमार दुबे मुख्य रूप से उपस्थित रहे।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि आने वाले दिनों में नगर अध्यक्ष एवं कार्यकर्ता डोर-टू-डोर कैंपेन के जरिए आम जनता से सीधे संवाद करेंगे, उनकी समस्याएं सुनेंगे और संबंधित अधिकारियों तक उन्हें पहुंचाकर समाधान सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाएगा।
संगठन सृजन 2025 का लक्ष्य:
पर्यवेक्षक अजय कुमार दुबे ने बताया कि संगठन सृजन 2025 कार्यक्रम के तहत झारखंड भर में नगर निगम क्षेत्रों में संगठन को मजबूत करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य सिर्फ पार्टी संगठन को धार देना ही नहीं है, बल्कि स्थानीय स्तर पर जनता की बुनियादी समस्याओं — जल, नाली, सड़क, सफाई, बिजली आदि — का स्थायी समाधान भी सुनिश्चित करना है।
जन समस्याओं को लेकर कांग्रेस का सख्त रुख:
बैठक में धनबाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष संतोष सिंह ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि “नगर निगम क्षेत्र की समस्याओं को लेकर कांग्रेस पार्टी जनता के साथ खड़ी है। यदि निगम के पदाधिकारी वार्ड अध्यक्षों की बातों को गंभीरता से नहीं लेंगे, तो कांग्रेस चुप नहीं बैठेगी। ऐसे पदाधिकारियों के खिलाफ सड़क पर उतरकर आंदोलन भी किया जाएगा।”उन्होंने यह भी कहा कि प्रत्येक वार्ड में पार्टी कार्यकर्ताओं को सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि कोई भी समस्या अनसुनी न रह जाए।
कांग्रेस की रणनीति:
वार्ड स्तर पर जन संवाद कार्यक्रम शुरू किया जाएगा।
समस्या पत्रक भरवाकर उसे निगम और जिला प्रशासन को सौंपा जाएगा।
यदि कार्रवाई नहीं हुई, तो धरना-प्रदर्शन और जन आंदोलन की रणनीति अपनाई जाएगी।
संगठन के माध्यम से पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाएगी।
बैठक में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे: नगर कांग्रेस अध्यक्ष,वार्ड अध्यक्षगण,पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी और कार्यकर्ता
धनबाद नगर निगम क्षेत्र में कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अब मात्र विपक्ष की भूमिका में नहीं, बल्कि जनता के हक की लड़ाई लड़ने वाले संगठन के रूप में सक्रिय भूमिका निभाएगी। संगठन सृजन कार्यक्रम इस दिशा में एक ठोस कदम है, जो स्थानीय जनता को जोड़ने और उनकी आवाज़ को मजबूती से उठाने का काम करेगा।