बोकारो: तेतुलिया मौजा की 103 एकड़ जमीन को लेकर ईडी की बड़ी कार्रवाई, कई ठिकानों पर छापेमारी
BOKARO NEWS
बोकारो, झारखंड:जमीन घोटालों की कड़ी में बोकारो जिले के सेक्टर-12 थाना क्षेत्र स्थित तेतुलिया मौजा की 103 एकड़ विवादित जमीन को लेकर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए बोकारो में आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर छापेमारी शुरू की है।
ईडी की छापेमारी किन ठिकानों पर?
ईडी की टीमें फिलहाल जिन प्रमुख ठिकानों पर कार्रवाई कर रही हैं, उनमें शामिल हैं:
डीएफओ (वन प्रमंडल पदाधिकारी) कार्यालय
अंचल कार्यालय, चास
निबंधन कार्यालय (रजिस्ट्रार ऑफिस)
बारी कोऑपरेटिव सोसाइटी
UKRID के कुछ कार्यालय
क्या है मामला?
तेतुलिया मौजा स्थित 103 एकड़ जमीन को लेकर विवाद वर्षों से चल रहा है।
इस जमीन में से 74 एकड़ भूमि पर वन विभाग का दावा है, जिसे “जंगल झाड़” श्रेणी की वन भूमि के रूप में चिन्हित किया गया था।
शेष भूमि सरकारी जमीन बताई जा रही है।
आशंका जताई जा रही है कि इस जमीन पर कागजों में हेराफेरी और फर्जीवाड़ा कर इसे एक प्राइवेट कंस्ट्रक्शन कंपनी को बेच दिया गया।
यह जमीन कथित तौर पर इजहार और अख्तर हुसैन नामक व्यक्तियों से खरीदी गई थी, जबकि उक्त भूमि सरकारी और वन भूमि के दायरे में आती है।
पहले से एसआईटी कर रही थी जांच
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार ने पहले ही विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया था, जो जमीन हस्तांतरण में हुई अनियमितताओं की जांच कर रही है। अब ईडी ने इस मामले में आर्थिक पहलू से जुड़ी जांच शुरू कर दी है, जिससे मामला और गंभीर हो गया है।
कागजी फर्जीवाड़ा की आशंका
ईडी सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में जमीन की प्रकृति से छेड़छाड़, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर निबंधन, और सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत की बात सामने आई है। आज की छापेमारी का उद्देश्य इन दस्तावेजों को खंगालना और धनशोधन (मनी लॉन्ड्रिंग) की कड़ी को खोजना है।
भविष्य में और गिरफ्तारियों की संभावना
ईडी की जांच आगे बढ़ने के साथ ही कई रसूखदारों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि जमीन हस्तांतरण में कई स्तरों पर अनियमितताएं सामने आई हैं।
बोकारो की यह जमीन सौदेबाजी झारखंड में जारी भूमि घोटालों की एक और कड़ी के रूप में सामने आ रही है। इसमें सरकारी तंत्र, निजी कंपनियों और बिचौलियों के गठजोड़ की बड़ी तस्वीर उजागर हो सकती है।