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आयुष्मान भारत योजना में बड़ा घोटाला: पूर्व स्वास्थ्य मंत्री के पीएस सहित 21 ठिकानों पर ईडी की छापेमारी

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रांची, 5 अप्रैल – झारखंड में आयुष्मान भारत योजना के तहत हुए भारी घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री के निजी सचिव (PS) समेत कई ठिकानों पर छापेमारी की है। यह कार्रवाई झारखंड के अलावा दिल्ली, पश्चिम बंगाल और उत्तर प्रदेश के कुल 21 ठिकानों पर की गई है।

ईडी की यह छापेमारी एक प्रारंभिक जांच रिपोर्ट के आधार पर की गई, जिसमें इस योजना में फर्जी बिलों के भुगतान और अवैध लेनदेन की पुष्टि हुई है। यह सामने आया है कि आयुष्मान भारत योजना के नाम पर कई निजी अस्पतालों और अधिकारियों की मिलीभगत से सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया।

ईडी को छापेमारी के दौरान क्या मिला?

20 लाख रुपए नकद

बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल डाटा

फर्जी बिल, अस्पतालों और बिचौलियों के बीच हुए अवैध भुगतान के प्रमाण

कुछ दस्तावेज ऐसे भी हैं जो बड़े अधिकारियों की संलिप्तता की ओर इशारा करते हैं

सूत्रों के अनुसार, ईडी को कुछ ऐसे ट्रांजेक्शन और खातों की जानकारी मिली है जिनमें सरकारी राशि का इस्तेमाल निजी हित में किया गया। मामले में कई निजी अस्पतालों, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और दलालों की भूमिका पर भी जांच तेज हो गई है।

कई और बड़े नाम ईडी के रडार पर

ईडी सूत्रों के अनुसार, इस घोटाले की जड़ें गहरी हैं और आने वाले दिनों में कई और प्रभावशाली नाम सामने आ सकते हैं। छापेमारी में मिली डिजिटल जानकारी की फॉरेंसिक जांच करवाई जा रही है, ताकि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।

इस घोटाले से आयुष्मान भारत जैसी गरीबों के लिए शुरू की गई महत्वाकांक्षी योजना की साख पर सवाल खड़े हो गए हैं। विपक्ष ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जनता के स्वास्थ्य और जीवन से खिलवाड़ करने वाले किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाना चाहिए।

ईडी की आगे की कार्रवाई

ईडी इस मामले में जल्द ही कुछ प्रमुख आरोपियों को पूछताछ के लिए समन जारी कर सकती है। साथ ही बैंक खातों की जांच, प्रॉपर्टी सीज और गिरफ्तारी की कार्रवाई भी संभावित है।

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