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बीसीसीएल ने लोदना क्षेत्र, धनबाद में दो हाई-टेक क्रशर लगाए

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धनबाद: कोयला मंत्रालय और कोल इंडिया के विजन के तहत भारत कोकिंग कोल लिमिटेड (बीसीसीएल) ने लोदना क्षेत्र में दो अत्याधुनिक क्रशर स्थापित कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। प्रत्येक क्रशर की क्षमता 750 टन प्रति घंटा (TPH) है, जिससे कोयला प्रसंस्करण की क्षमता और कार्यकुशलता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी।

उद्घाटन और प्रमुख विशेषताएँ बीसीसीएल के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में इन हाई-टेक क्रशरों का उद्घाटन किया गया। ये क्रशर उन्नत तकनीक से लैस हैं और बड़े पैमाने पर कोयला प्रसंस्करण के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। इनकी स्थापना से उत्पादन क्षमता बढ़ेगी और कोयले की गुणवत्ता बनाए रखने में मदद मिलेगी।

क्रशरों के लाभ

1. उच्च प्रसंस्करण क्षमता: प्रत्येक क्रशर की 750 TPH क्षमता इसे अधिक कुशल बनाती है।

2. बेहतर गुणवत्ता नियंत्रण: उन्नत तकनीक के कारण कोयले का बेहतर ग्रेडिंग और शुद्धीकरण संभव होगा।

3. पर्यावरण अनुकूल: नई प्रणाली धूल और प्रदूषण को कम करने में मदद करेगी।

4. रोजगार के अवसर: इस परियोजना से स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

 

कोयला उत्पादन को मिलेगी नई गति बीसीसीएल द्वारा किए गए इस कदम से न केवल कोयला उत्पादन में वृद्धि होगी बल्कि इससे कोल इंडिया के समग्र उत्पादन लक्ष्यों को प्राप्त करने में भी सहायता मिलेगी। साथ ही, यह परियोजना भारत सरकार के “आत्मनिर्भर भारत” अभियान को भी सशक्त बनाएगी।

लोदना क्षेत्र में इन हाई-टेक क्रशरों की स्थापना बीसीसीएल की एक बड़ी उपलब्धि है। इससे न केवल उत्पादन में वृद्धि होगी बल्कि कोयला गुणवत्ता सुधार और पर्यावरण संरक्षण के प्रयासों को भी मजबूती मिलेगी।

 

यह खबर बीसीसीएल की महत्वपूर्ण उपलब्धि को दर्शाती है, जिससे कोयला उत्पादन और गुणवत्ता में सुधार होगा। BCCL ने अपने सोशल अकाउंट X पर शेयर करते हुए अपनी उपलब्धियों को गिनाया है .

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