नालंदा की बेटियों का कमाल, बिहार बोर्ड टॉप-10 में बनाई जगह
नालंदा: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) द्वारा बोर्ड परीक्षा के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। इस बार राज्य के कुल 123 छात्र-छात्राओं ने टॉप-10 सूची में स्थान बनाया है, जिसमें नालंदा जिले की दो बेटियों ने भी जगह बनाई है। बिहारशरीफ के शेखाना हाई स्कूल की छात्रा ईशाना प्रवीन और आर डी एच हाई स्कूल, राजगीर की छात्रा अर्पिता कुमारी ने शानदार प्रदर्शन कर जिले का नाम रोशन किया है।
टॉपर्स के चेहरे पर खुशी, परिवार और शिक्षकों में हर्ष
बोर्ड परीक्षा के परिणाम आते ही ईशाना और अर्पिता के परिवार, स्कूल और शिक्षकों में खुशी की लहर दौड़ गई। दोनों छात्राओं ने अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से यह उपलब्धि हासिल की है।
ईशाना प्रवीन, जो राज्य के टॉप-10 में जगह बनाने में सफल रही हैं, ने बताया कि उनका सपना हृदय रोग विशेषज्ञ (कार्डियोलॉजिस्ट) बनने का है, ताकि वे समाज की सेवा कर सकें। उनके पिता सऊदी अरब में मैकेनिक इंजीनियर के रूप में कार्यरत हैं।
वहीं, अर्पिता कुमारी, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी पढ़ाई जारी रखी, का सपना सिविल सेवा (UPSC) में चयनित होकर प्रशासनिक अधिकारी बनने का है। अर्पिता के पिता का अल्पायु में निधन हो गया था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपनी शिक्षा से समझौता नहीं किया और लगातार मेहनत कर यह सफलता अर्जित की।
सफलता के पीछे कठिन परिश्रम और अनुशासन
इन दोनों छात्राओं की सफलता न केवल उनके परिवार के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह पूरे नालंदा जिले के लिए भी प्रेरणादायक कहानी है। इनके शिक्षकों ने बताया कि दोनों छात्राएं शुरू से ही पढ़ाई में मेधावी थीं और अनुशासित तरीके से पढ़ाई कर उन्होंने यह मुकाम हासिल किया।
भविष्य की योजनाएं
ईशाना प्रवीन और अर्पिता कुमारी दोनों ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, शिक्षकों और कड़ी मेहनत को दिया। अब ये दोनों छात्राएं अपने लक्ष्य को पाने के लिए आगे की पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करेंगी।
प्रशासन और समाज से उम्मीद
इन छात्राओं की सफलता यह दर्शाती है कि यदि सही मार्गदर्शन और अवसर मिले, तो हर छात्र-छात्रा अपने सपनों को साकार कर सकता है। अब समाज और प्रशासन से उम्मीद की जाती है कि वे इन मेधावी छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करें।
बधाई और सम्मान की बौछार
इन छात्राओं की सफलता पर पूरे जिले में बधाइयों का सिलसिला जारी है। स्थानीय प्रशासन और स्कूल प्रबंधन की ओर से सम्मान समारोह आयोजित कर इन्हें सम्मानित करने की योजना बनाई जा रही है।