मंत्री योगेन्द्र प्रसाद का बड़ा बयान – “शराब नीति में पारदर्शिता, उत्पाद विभाग के दाग धो रहे वॉशिंग पाउडर से”
धनबाद – झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री योगेन्द्र प्रसाद ने धनबाद सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत में कई अहम मुद्दों पर खुलकर बात की। उन्होंने राज्य सरकार की नई शराब नीति की पारदर्शिता की बात करते हुए उत्पाद विभाग पर लगे पूर्ववर्ती दागों को साफ करने की प्रक्रिया को “वॉशिंग पाउडर से धोना” करार दिया।
मंत्री ने जानकारी दी कि 22 अगस्त से राज्य भर में शराब की खुदरा दुकानों की बंदोबस्ती ऑनलाइन माध्यम से की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस नई व्यवस्था से संवेदकों में उत्साह है और कोई भी ग्रुप खाली नहीं रहेगा। सरकार की मंशा है कि न केवल बंदोबस्ती की प्रक्रिया निष्पक्ष हो, बल्कि इसमें किसी तरह का भ्रष्टाचार या अनियमितता भी न हो।
केंद्र पर लगाया बकाया भुगतान में देरी का आरोप
पेयजल एवं स्वच्छता विभाग से जुड़े कार्यों की चर्चा करते हुए मंत्री योगेन्द्र प्रसाद ने बड़ा खुलासा किया। उन्होंने बताया कि झारखंड सरकार का 6,500 करोड़ रुपये पेयजल आपूर्ति मद में केंद्र सरकार के पास बकाया है। इस बकाया भुगतान में देरी से राज्य में कई योजनाओं की प्रगति प्रभावित हो रही है।
सर्किट हाउस में विभागीय समीक्षा
मंत्री योगेन्द्र प्रसाद धनबाद दौरे पर स्वर्गीय दिशोम गुरु शिबू सोरेन के श्राद्ध भोज में शामिल होने आए थे। इस दौरान उन्होंने सर्किट हाउस में पेयजल एवं स्वच्छता तथा उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग के अधिकारियों के साथ विभागीय बैठक की। उन्होंने विभागीय योजनाओं की स्थिति की समीक्षा की और जरूरी निर्देश भी दिए।
मंत्री ने स्पष्ट किया कि सरकार जनता को साफ पानी उपलब्ध कराने और शराब नीति को पारदर्शी तरीके से लागू करने के प्रति प्रतिबद्ध है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि राज्य सरकार दोनों विभागों को जनता की अपेक्षा के अनुरूप गति और जवाबदेही से संचालित करने में जुटी है।