मुहर्रम को लेकर जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक, उपायुक्त ने दिए कड़े निर्देश
धनबाद – मुहर्रम पर्व को लेकर न्यू टाउन हॉल, धनबाद में उपायुक्त आदित्य रंजन की अध्यक्षता में जिला स्तरीय शांति समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न अखाड़ा दलों, प्रशासनिक अधिकारियों, थाना प्रभारियों एवं समिति सदस्यों की उपस्थिति में पर्व को शांतिपूर्ण व सौहार्दपूर्ण तरीके से मनाने को लेकर विस्तृत चर्चा हुई।
मुख्य निर्देश और निर्णय
उपायुक्त आदित्य रंजन ने सभी अखाड़ा दलों को निर्धारित रूट और समय का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा: “मुहर्रम के दौरान डीजे के प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। यह निर्णय उच्च न्यायालय व सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देशों के अनुरूप है।”
उन्होंने साफ तौर पर चेताया कि: सोशल मीडिया पर अफवाह, दुष्प्रचार, या धार्मिक भावना को आहत करने वाले कंटेंट को लेकर प्रशासन सतर्क रहेगा।
ऐसे तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।
लोगों से किसी भी प्रकार की अफवाह की सूचना तत्काल नजदीकी थाना को देने की अपील की गई।
शांति व सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष प्रबंध
एसएसपी प्रभात कुमार ने कहा कि “त्योहार के दौरान जिले के सभी पुलिस एवं प्रशासनिक पदाधिकारी मुस्तैद रहेंगे। ताजिया जुलूस के दौरान किसी भी तरह का उपद्रव बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” ताजिया की ऊंचाई पर विशेष ध्यान देने को कहा गया ताकि मार्ग में किसी प्रकार का अवरोध न उत्पन्न हो।खतरनाक करतब दिखाने से बचने की अपील की गई। जुलूस के दौरान भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। सुविधाएं और जनसहभागिता के निर्देश
शांति समिति के सदस्यों द्वारा उठाए गए मुद्दों पर भी प्रशासन ने सकारात्मक रुख अपनाया। उपायुक्त ने संबंधित विभागों को निर्देश दिए:
पानी, बिजली, साफ-सफाई की उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
बंद स्ट्रीट लाइट्स को समय रहते ठीक किया जाए।
स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टरों की तैनाती और एंबुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित हो।
जरूरतमंद क्षेत्रों में सड़कों की मरम्मत तत्काल की जाए।
शांति समिति सदस्यों का एक समन्वय व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाए ताकि समन्वय बेहतर हो।
रूट सत्यापन का आदेश
त्योहार से पहले संबंधित अंचल अधिकारी एवं थाना प्रभारी को रूट का भौतिक सत्यापन करने का निर्देश दिया गया ताकि किसी भी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो। धनबाद प्रशासन की यह पहल मुहर्रम को शांतिपूर्ण, सुरक्षित और समरसता के वातावरण में मनाने की दिशा में अहम कदम है। प्रशासन ने नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि शांति और सौहार्द बनाए रखने में सभी की भागीदारी आवश्यक है।