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बेलगड़िया टाउनशिप में बुनियादी सुविधाओं का अभाव, झरिया विधायक रागिनी सिंह ने विधानसभा में उठाया मुद्दा

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रांची(झारखंड) :- झरिया विधायक रागिनी सिंह ने गुरुवार को झारखंड विधानसभा के बजट सत्र में बेलगड़िया टाउनशिप की बदहाल स्थिति का मुद्दा जोरशोर से उठाया। उन्होंने कहा कि यह टाउनशिप झरिया और कतरास के अग्नि प्रभावित क्षेत्रों से विस्थापित लोगों के लिए बनाई गई थी, लेकिन यहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और रोजगार जैसी मूलभूत जरूरतों की घोर कमी है, जिससे विस्थापित परिवारों का जीवन कठिन हो गया है।

टाउनशिप का हाल: नाम तो टाउनशिप, लेकिन सुविधाएं नदारद

विधायक ने बताया कि सहाना पहाड़ी, दोबारी, कुकुरतोप्पा, नॉर्थ तिसरा, लोदना सहित झरिया के कई अग्नि प्रभावित इलाकों से लोगों को यहां बसाया गया। लेकिन टाउनशिप में रहने की स्थिति बेहद दयनीय है। बिजली-पानी की भारी किल्लत, टूटी-फूटी सड़कें, खराब आवागमन सुविधाएं और रोजगार के अवसरों की कमी लोगों को पलायन के लिए मजबूर कर रही है।

रोजगार की कमी से लोग परेशान

रागिनी सिंह ने कहा कि जब लोग झरिया-कतरास में रहते थे, तो उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मिल जाते थे। लेकिन बेलगड़िया टाउनशिप में रोजगार के साधन नहीं हैं, जिससे विस्थापित परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि स्थानीय स्तर पर रोजगार की व्यवस्था की जाए, ताकि विस्थापितों का जीवन सुचारू रूप से चल सके।

शिक्षा व्यवस्था लचर, स्वास्थ्य सुविधाएं नदारद

विधायक ने बताया कि बेलगड़िया टाउनशिप में एक प्राथमिक विद्यालय तो है, लेकिन शिक्षकों की भारी कमी है। वहीं, स्वास्थ्य केंद्र के नाम पर सिर्फ एक भवन है, जिसमें न डॉक्टर हैं, न एंबुलेंस की सुविधा। विधायक ने आरोप लगाया कि सरकारी कागजों में यहां मॉल, आंगनबाड़ी, सार्वजनिक धर्म स्थल, जनवितरण प्रणाली, श्मशान घाट जैसी सुविधाएं दर्शाई गई हैं, लेकिन वास्तव में ये सुविधाएं धरातल पर मौजूद नहीं हैं।

पानी की घोर किल्लत, निजी पैसे से लगवा रहे समरसेबल

बेलगड़िया टाउनशिप में पानी की भारी समस्या है। विधायक ने कहा कि सरकार द्वारा जलापूर्ति की कोई ठोस व्यवस्था नहीं की गई है, जिससे लोग अपने निजी खर्चे से समरसेबल पंप लगवाने को मजबूर हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि टाउनशिप में पानी की स्थायी व्यवस्था की जाए, ताकि लोग निर्बाध जलापूर्ति का लाभ उठा सकें।

जर्जर हो चुके आवास, जीवन यापन हुआ कठिन

रागिनी सिंह ने बताया कि बेलगड़िया टाउनशिप के मकान जर्जर स्थिति में पहुंच चुके हैं। विस्थापित परिवार इन खतरनाक मकानों में रहने को मजबूर हैं। अगर जल्द ही इनकी मरम्मत नहीं की गई, तो कभी भी गंभीर दुर्घटनाएं हो सकती हैं।

विधायक ने की उच्चस्तरीय जांच की मांग

झरिया विधायक ने सदन में जोर देकर कहा कि बेलगड़िया टाउनशिप में सुविधाओं की वास्तविक स्थिति की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए और यहां के रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी और सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं में सुधार किया जाए।

सरकार से जल्द कार्रवाई की अपील

रागिनी सिंह ने सरकार से तत्काल हस्तक्षेप करने और विस्थापितों की समस्याओं को हल करने की मांग की। उन्होंने कहा कि अगर जल्द समाधान नहीं हुआ तो विस्थापितों के साथ बड़ा आंदोलन किया जाएगा।

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