पुलिस हिरासत में युवक की मौत, परिजनों ने लगाया पिटाई का आरोप, न्याय की गुहार
औरंगाबाद (बिहार):- जिले के नवीनगर थाना क्षेत्र में पुलिस हिरासत में लिए गए एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जिसके बाद परिजनों ने पुलिस पर निर्मम पिटाई कर हत्या करने का गंभीर आरोप लगाया है। मृतक की पहचान लक्ष्मीपुर गांव निवासी प्रवेश साहू के रूप में हुई है। इस घटना से नाराज परिजनों और ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पहुंचकर डीएम कार्यालय का घेराव किया और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
मृतक के परिजनों ने लगाए पुलिस पर गंभीर आरोप
मृतक प्रवेश साहू के परिजनों के अनुसार, कुछ दिन पहले 22 फरवरी को नवीनगर में एक ग्रामीण चिकित्सक की हत्या हुई थी, जो रोहतास जिले के तिलौथू गांव का निवासी था और नवीनगर में रहकर प्रैक्टिस करता था। इस हत्या के मामले में नवीनगर पुलिस ने मृतक प्रवेश साहू समेत उसके परिवार के आधे दर्जन से अधिक सदस्यों को हिरासत में लिया था। बाद में अन्य सभी लोगों को छोड़ दिया गया, लेकिन प्रवेश साहू और उसके छोटे भाई को 28 फरवरी से हिरासत में रखा गया था।
परिजनों का आरोप है कि पुलिस लगातार प्रवेश साहू को बेरहमी से पीट रही थी। जब परिजन 1 मार्च की सुबह उसके लिए खाना लेकर थाने पहुंचे, तो उन्होंने प्रवेश को कराहते हुए और दवा की मांग करते देखा। लेकिन पुलिस ने उसे दवा तक नहीं दी।
पुलिस की सफाई – तबीयत बिगड़ने से हुई मौत
वहीं, इस घटना पर सफाई देते हुए सदर एसडीपीओ संजय पांडे ने बताया कि 22 फरवरी को हुई ग्रामीण चिकित्सक की हत्या के मामले में दो प्राथमिकी आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था। इनमें से एक की अचानक तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उसे औरंगाबाद सदर अस्पताल में इलाज के लिए ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई।
हालांकि, परिजनों का दावा है कि प्रवेश की मौत थाने में पुलिस की पिटाई से हो गई थी और पुलिस अस्पताल ले जाने का बहाना बना रही है।
डीएम के आश्वासन के बाद शांत हुए परिजन
मृतक की मौत के बाद परिजन बड़ी संख्या में जिला मुख्यालय पहुंचे और डीएम कार्यालय का घेराव किया। उन्होंने पुलिस हिरासत में हुई मौत की सीबीआई जांच और दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
स्थिति बिगड़ती देख मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया और अधिकारियों ने परिजनों को समझाने का प्रयास किया। बाद में सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में मृतक के परिजनों की डीएम से मुलाकात कराई गई, जहां डीएम ने निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद तय होगी कार्रवाई
डीएम के आदेशानुसार, डॉक्टरों की एक टीम का गठन कर वीडियो कैमरे की निगरानी में शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की जांच होगी और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने पुलिस हिरासत में अमानवीय व्यवहार और हिरासत में मौतों को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना यह होगा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में क्या खुलासा होता है और पुलिस पर लगे आरोपों में कितनी सच्चाई सामने आती है।
मुख्य बातें:
✔ पुलिस हिरासत में युवक की मौत, परिजनों ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया।
✔ 22 फरवरी को ग्रामीण चिकित्सक की हत्या के मामले में हुई थी गिरफ्तारी।
✔ 28 फरवरी से हिरासत में था मृतक प्रवेश साहू, परिजनों ने पुलिस पर बेरहमी से पिटाई का आरोप लगाया।
✔ पुलिस ने कहा – तबीयत बिगड़ने से अस्पताल में हुई मौत।
✔ परिजनों ने डीएम कार्यालय का घेराव कर निष्पक्ष जांच और कार्रवाई की मांग की।
✔ डीएम के आदेश पर डॉक्टरों की टीम ने वीडियो कैमरा निगरानी में पोस्टमार्टम किया।
✔ पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद तय होगी आगे की कार्रवाई।