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धनबाद में अपराध पर सख्ती: एसएसपी प्रभात कुमार की रणनीति से बदलेगा पुलिसिंग सिस्टम।

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KANHAIYA KUMAR

कोयलांचल के नाम से मशहूर धनबाद जिला अब सिर्फ कोयला उत्पादन और खनिज संपदा के लिए नहीं, बल्कि अपनी मजबूत कानून व्यवस्था और सख्त पुलिसिंग के लिए भी जाना जाएगा। जिले में हाल ही में नियुक्त हुए नए एसएसपी प्रभात कुमार की सक्रियता और रणनीतिक दृष्टिकोण ने अपराध नियंत्रण के मोर्चे पर एक नई उम्मीद जगा दी है। जैसे ही उन्होंने पुलिस अधीक्षक का कार्यभार संभाला, वैसे ही उनकी प्राथमिकताओं में अपराध पर नियंत्रण और पुलिसिंग सिस्टम की मजबूती सबसे ऊपर रही।

बदलेगी धनबाद की कानून व्यवस्था की तस्वीर

प्रभात कुमार, जो पूर्व में बाघमारा अनुमंडल में अपनी सेवा दे चुके हैं, धनबाद की भौगोलिक और सामाजिक संरचना से अच्छी तरह वाकिफ हैं। उनके अनुभव और कार्यशैली को देखते हुए यह साफ हो गया है कि वे कोई भी समझौता अपराध और अपराधियों के साथ नहीं करने वाले हैं। उनकी प्राथमिकता साफ है – जनता को सुरक्षित माहौल देना और पुलिस विभाग को निष्पक्ष, जवाबदेह और हाईटेक बनाना।

थानों की जवाबदेही तय – एसएसपी की पहली कार्रवाई

प्रभात कुमार ने पदभार संभालते ही सबसे पहले जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों का निरीक्षण शुरू किया और थानों के अधिकारियों के साथ लगातार बैठकें कीं। इन बैठकों में उन्होंने लंबित आपराधिक मामलों के शीघ्र निष्पादन, रात्रि गश्ती को सुदृढ़ करने, पुलिसकर्मियों की जवाबदेही तय करने और आम जनता से बेहतर संवाद स्थापित करने पर जोर दिया। उनका मानना है कि अगर थाने सही तरीके से कार्य करें, तो अपराधियों के हौसले पस्त हो जाएंगे।

‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति पर काम शुरू

सूत्रों की मानें तो एसएसपी ने सभी थाना प्रभारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि जिले में अब अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। चाहे वह कितना भी प्रभावशाली क्यों न हो, अपराध करने पर कार्रवाई तय है। उन्होंने कहा है कि पुलिस विभाग के भीतर भी जो अधिकारी या कर्मचारी लापरवाही या अनुशासनहीनता के दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ भी कठोर कदम उठाए जाएंगे।

एसएसपी की ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति ने पुलिस महकमे के भीतर भी एक सख्त संदेश दिया है कि अब काम करने वालों को ही सिस्टम में जगह मिलेगी।

बढ़ती घटनाओं पर कसा शिकंजा

धनबाद में हाल के दिनों में लूट, हत्या, आपराधिक गैंग सक्रियता, सड़क दुर्घटनाएं और कोयला माफिया की गतिविधियों में वृद्धि देखी गई थी। एसएसपी ने इन घटनाओं पर गंभीर मंथन करते हुए एक ठोस रणनीति बनाई है। उन्होंने सभी थानों को निर्देशित किया है कि अपराधियों की सूची तैयार कर, वांछित और फरार अपराधियों पर विशेष ध्यान दिया जाए। इसके अलावा असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने की भी योजना बनाई गई है।

आधुनिक तकनीक से सशक्त होगा पुलिस तंत्र

प्रभात कुमार के नेतृत्व में धनबाद पुलिस अब तकनीक का बेहतर उपयोग कर निगरानी व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में अग्रसर है। शहर में सीसीटीवी कैमरों की संख्या में बढ़ोतरी, ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम को अपग्रेड करना, और साइबर क्राइम सेल की दक्षता को बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

उन्होंने कहा है कि जब तक तकनीकी निगरानी और विश्लेषण मजबूत नहीं होगा, तब तक अपराधियों की पहचान और रोकथाम कठिन है। इसके लिए धनबाद को एक “स्मार्ट पुलिसिंग” हब के रूप में विकसित करने की योजना पर भी काम शुरू कर दिया गया है।

पुलिस विभाग में दिख रही नई ऊर्जा

नए एसएसपी की नियुक्ति के साथ ही पुलिस विभाग में एक नई ऊर्जा और सक्रियता देखने को मिल रही है। ऐसे अधिकारी जो अब तक निष्क्रिय थे, वे भी अपनी जिम्मेदारियों को गंभीरता से लेने लगे हैं। गश्ती की संख्या में इजाफा हुआ है, संदिग्ध गतिविधियों पर कार्रवाई तेज हुई है और जनता से संवाद की प्रक्रिया को प्राथमिकता दी जा रही है।

एक पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “एसएसपी साहब की कार्यशैली बिलकुल स्पष्ट और सख्त है। उन्हें सिर्फ नतीजे चाहिए। इससे विभाग में काम करने वालों का मनोबल भी बढ़ा है।”

आम जनता की भी अहम भूमिका

एसएसपी प्रभात कुमार का यह भी मानना है कि अपराध नियंत्रण सिर्फ पुलिस की जिम्मेदारी नहीं है, इसमें आम नागरिकों की भी बड़ी भूमिका है। उन्होंने धनबाद के लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। इसके लिए पुलिस कंट्रोल रूम को 24×7 सक्रिय रखा गया है।

“जनभागीदारी के बिना अपराध नियंत्रण की कल्पना अधूरी है। पुलिस और जनता का संबंध भरोसे का होना चाहिए,” एसएसपी ने कहा।

उम्मीदों की नई किरण

धनबाद के लोगों में अब एक नई उम्मीद की किरण जगी है। स्थानीय व्यवसायी, आम नागरिक और सामाजिक संगठन इस बदलाव का स्वागत कर रहे हैं। शहर के व्यापारी वर्ग ने भी पुलिस की नई सक्रियता पर संतोष जताया है और भरोसा जताया है कि यदि इसी गति से कार्रवाई होती रही, तो धनबाद फिर से शांत और सुरक्षित शहर बन जाएगा।

एक नई शुरुआत की ओर

एसएसपी प्रभात कुमार के नेतृत्व में धनबाद पुलिस ने जो तेज, सख्त और पारदर्शी शुरुआत की है, वह न केवल अपराधियों के लिए चेतावनी है, बल्कि आम जनता के लिए एक आश्वासन भी है कि अब कानून व्यवस्था को लेकर कोई समझौता नहीं होगा।
यदि पुलिस महकमा इसी ऊर्जा, पारदर्शिता और तकनीकी दक्षता के साथ काम करता रहा, तो वह दिन दूर नहीं जब धनबाद न केवल औद्योगिक राजधानी बल्कि “सुरक्षित शहर” के रूप में भी अपनी पहचान बनाएगा।

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