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वक्फ बिल पर झारखंड में सियासी संग्राम, बीजेपी और कांग्रेस आमने-सामने।

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राँची: केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित वक्फ बिल को लेकर झारखंड की राजनीति में घमासान मच गया है। राज्य सरकार के मंत्री और कांग्रेस नेता डॉ. इरफान अंसारी ने इस मुद्दे पर केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा बार-बार मुस्लिम समुदाय को अपमानित और परेशान करने का काम कर रही है।

डॉ. अंसारी ने कहा, “भाजपा कभी एनआरसी, कभी सीएए लाकर मुस्लिमों को निशाना बनाती है। अब वक्फ बिल के जरिए हमारी धार्मिक और सामाजिक पहचान को खत्म करने की साज़िश की जा रही है। भाजपा को मुसलमानों के वोट की चिंता नहीं है क्योंकि उनके बीच सामंजस्य नहीं बैठता। लेकिन मुसलमानों को भी भाजपा से कुछ नहीं चाहिए, वे मेहनत करके जी लेंगे। मैं अदानी और अंबानी को वक्फ की जमीन नहीं बेचने दूंगा।”

वहीं, कांग्रेस नेता की इस टिप्पणी पर भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष बालमुकुंद सहाय ने कहा कि कानून का उद्देश्य गरीब और जरूरतमंद लोगों की भलाई है। उन्होंने कहा, “जब वक्फ बोर्ड की ज़मीनों का मनमाना बँटवारा और गबन हो रहा था, तब ये नेता कहां थे? अब जब केंद्र सरकार ने इस पर सख्ती दिखाई है, तो उन्हें तकलीफ़ हो रही है। भाजपा ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास’ की नीति पर काम कर रही है, और यह कानून उसी दिशा में एक कदम है।”

भाजपा नेता ने यह भी जोड़ा कि इस कानून से वक्फ संपत्तियों की पारदर्शिता सुनिश्चित होगी और इनका सही उपयोग मुस्लिम समाज के गरीब तबके के कल्याण के लिए किया जा सकेगा।

राजनीतिक सरगर्मी तेज
वक्फ संपत्तियों को लेकर उठी यह बहस सिर्फ राजनीतिक नहीं बल्कि सामाजिक स्तर पर भी असर डाल सकती है। जहाँ एक ओर कांग्रेस इस बिल को मुस्लिम विरोधी बता रही है, वहीं भाजपा इसे मुस्लिम समाज के हक़ में एक मजबूत कदम बता रही है। आने वाले समय में इस मुद्दे पर झारखंड सहित देश के अन्य हिस्सों में भी सियासी माहौल गरम होने की पूरी संभावना है।

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