मासस ने झारखण्ड – बंगाल सीमा पर संभाला मोर्चा,बंगाल से आने वाली भारी वाहनों को सीमा पर रोक बंगाल सरकार को दी खुली चुनौती*
कन्हैया कुमार /धनबाद
धनबाद:- झारखण्ड से बंगाल जानेवाली भारी वाहनों के बंगाल सरकार के द्वारा एंट्री पर रोक मामले में सियासत तेज हों गई है.अब मासस ने झारखण्ड – बंगाल सीमा पर मोर्चा संभाल लिया है.बंगाल से आने
वाली भारी वाहनों को सीमा पर रोक बंगाल सरकार को खुली चेतावनी दे दी है.मासस नेता ने कहा कि झारखण्ड – बंगाल बॉर्डर पर झारखण्ड से बंगाल को जानेवाली वाहनों को रोका जाना यह पूरी तरह से ममता बनर्जी सरकार की तानाशाही है.वाहनों को रोकने के कही कोई लिखित आदेश नहीं हैं बावजूद यह सरकार मुख़त्म के आधार पर अपनी मनमानी कर रही है.डैम का बहाव बंगाल की तरफ मोड़ देने का इस तरह से विरोध करना और वाहनों को रोका जाना कही से भी न्याय संगत नहीं है. बंगाल की मुख्यमंत्री एक तानाशाही सरकार चला रही है जिसमे एक पोस्ट है बाकी सब लेम्प पोस्ट है. तीन दिन में तीन सौ एम एम बारिश हुई, तीन सौ एम एम बारिश को बैलेंस करने का प्रयास किया गया जिसे बंगाल सरकार मानने को तैयार नहीं है यह सीधे सीधे ममता बनर्जी सरकार की
हठधर्मिता है. निरसा विधायक अपर्णा सेन गुप्ता ने कहा कि ममता सरकार का यह अन्याय पूर्ण व्यवहार यह बता रहा है कि जल स्तर बढ़ने के बाद भले ही झारखण्ड डूब जाय पर बंगाल को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए. डैम खोलकर पानी निकालने कि यह परिक्रिया कोई नहीं नहीं है पहले भी यह हों चूका है. ज़ब भी जल स्तर बढेगा तब तब डैम खोलकर अतिरिक्त पानी बहाना पड़ेगा अन्यथा डैम टूटेगा जिसके बाद की जो त्रासदी होगी क्या उससे ममता बनर्जी निपट पाएंगी यह उन्हें बताना चाहिए. ममता बनर्जी सरकार की यह हठधर्मिता है.