एस.जे.ए.एस सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस धूमधाम से मनाया गया
धनबाद(झारखंड) :- एस.जे.ए.एस सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में आज अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस बड़े ही हर्षोल्लास और उत्साह के साथ मनाया गया। इस खास मौके पर अस्पताल की चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) निकिता सिंह मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं और उन्होंने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। अस्पताल के सभी डॉक्टरों, नर्सों और कर्मचारियों ने इस आयोजन में बढ़-चढ़कर भाग लिया और महिला सशक्तिकरण का संदेश दिया।
कार्यक्रम की थीम: अधिकार, समानता और सशक्तिकरण
इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की थीम “सभी महिलाओं और लड़कियों के लिए: अधिकार, समानता, सशक्तिकरण” रही। इस थीम के तहत, अस्पताल ने महिलाओं के स्वास्थ्य और कल्याण को प्राथमिकता देते हुए विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया।
स्वास्थ्य जांच और जागरूकता सत्र का आयोजन
अस्पताल प्रशासन द्वारा महिला मरीजों के लिए निःशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें रक्तचाप, शुगर, हृदय स्वास्थ्य और अन्य आवश्यक परीक्षण किए गए। इसके अलावा, विशेषज्ञ डॉक्टरों ने महिला स्वास्थ्य और पोषण पर विशेष परामर्श सत्र भी आयोजित किए।
महिला कर्मियों के योगदान को किया गया सम्मानित
अस्पताल में कार्यरत महिला डॉक्टरों, नर्सों और अन्य स्टाफ सदस्यों को उनके महत्वपूर्ण योगदान और कड़ी मेहनत के लिए सम्मानित किया गया। इस दौरान, निकिता सिंह ने अपने संबोधन में कहा:
“महिलाएं आज हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। स्वास्थ्य सेवा में उनका योगदान अमूल्य है, और हम एस.जे.ए.एस सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में महिलाओं के सशक्तिकरण और स्वास्थ्य जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
सकारात्मकता और सशक्तिकरण का संदेश
इस आयोजन ने अस्पताल के माहौल को सकारात्मकता और प्रेरणा से भर दिया। सभी प्रतिभागियों ने इस आयोजन को महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और इसे एक प्रेरणादायक पहल करार दिया।
एस.जे.ए.एस सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की प्रतिबद्धता
अस्पताल प्रशासन ने इस कार्यक्रम के माध्यम से महिलाओं के प्रति अपनी समर्पण भावना को दोहराया और भविष्य में भी महिलाओं के स्वास्थ्य एवं सशक्तिकरण से जुड़ी योजनाओं को लागू करने का संकल्प लिया।
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के इस विशेष अवसर पर एस.जे.ए.एस सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल ने एक बार फिर समाज में महिलाओं की भूमिका को सम्मानित करने और उनके स्वास्थ्य एवं सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को साबित किया।