जिंदगी और मौत से लड़ रही धनबाद की बेटी राजनंदिनी, वेल्लोर इलाज के लिए आर्थिक मदद की दरकार
धनबाद/चिरकुंडा: धनबाद के चिरकुंडा निवासी इंद्रजीत चक्रवर्ती की 15 वर्षीय बेटी राजनंदिनी इन दिनों गंभीर बीमारी से जूझ रही है और जिंदगी व मौत के बीच संघर्ष कर रही है। राजनंदिनी को हर दस मिनट में अटैक आता है, जिसमें उसके शरीर में झटके आने लगते हैं और नाक, कान तथा मुँह से खून बहने लगता है। यह स्थिति न केवल बेहद दर्दनाक है बल्कि लगातार बिगड़ती जा रही है।
राजनंदिनी के पिता इंद्रजीत चक्रवर्ती का कहना है कि यह स्थिति बीते एक साल से बनी हुई है। उन्हें अपनी बेटी को हर दस मिनट में एक विशेष स्प्रे देना पड़ता है, जिसकी कीमत लगभग 450 रुपये है। एक दिन में चार से पांच स्प्रे की जरूरत पड़ती है, जिससे इलाज का खर्च काफी अधिक हो गया है।
उन्होंने बताया कि बच्ची की बीमारी का अब तक सही से पता नहीं चल पाया है। डॉक्टरों ने उच्च स्तरीय जांच व इलाज के लिए हायर सेंटर यानी वेल्लोर ले जाने की सलाह दी है। इस सिलसिले में वे आगामी 12 अप्रैल को राजनंदिनी को वेल्लोर ले जाने वाले हैं, मगर आर्थिक संसाधनों की कमी उनके सामने बड़ी बाधा बनकर खड़ी है।
इंद्रजीत चक्रवर्ती ने जिले के उपायुक्त (DC) से लेकर कई जनप्रतिनिधियों तक से आर्थिक सहायता की गुहार लगाई है। समाजसेवी अंकित राज गढ़िया ने भी राजनंदिनी की गंभीर स्थिति पर चिंता जताते हुए बताया कि बच्ची की बीमारी अब तक मेडिकल जांच में स्पष्ट नहीं हो सकी है और समय पर सही इलाज ही उसकी जिंदगी बचा सकता है।
राजनंदिनी की स्थिति देखकर पूरे क्षेत्र में भावुकता का माहौल है। कई लोग स्वेच्छा से आर्थिक सहयोग देने आगे आ रहे हैं, लेकिन इलाज के लिए अब भी बड़ी राशि की आवश्यकता है।
अगर आप भी इस संघर्षरत परिवार की मदद करना चाहते हैं, तो आगे आकर सहयोग कर सकते हैं। एक छोटी-सी मदद भी राजनंदिनी की जिंदगी में बड़ा बदलाव ला सकती है।
जरूरत है साथ की, जरूरत है सहयोग की। धनबाद की बेटी राजनंदिनी को जीवनदान देने में बनें सहभागी।