कांग्रेस ने धनबाद से अजय दुबे को चुनाव में उतारा, भाजपा से होगा सामना, भाजपा जीती तो राज सिन्हा लगाएंगे हैट्रिक
KANHAIYA KUMAR/DHANBAD
धनबाद. आखिरकार कांग्रेस ने धनबाद व बोकारों सीट से प्रत्याशी को लेकर चल रहे सस्पेंस से पर्दा उठा दिया है. सोमवार की देर रात जारी लिस्ट में धनबाद से अजय दुबे और बोकारो से श्वेता सिंह को चुनाव में उतारा है.श्वेता सिंह स्व. समरेश सिंह की बहु हैं.कांग्रेस ने सभी 30 प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है.धनबाद के कांग्रेस प्रत्याशी अजय दुबे व बोकारो की कांग्रेस प्रत्याशी श्वेता सिंह की ओर से भी पहले ही नामांकन पत्र खरीद लिया गया है। दोनों आज नामांकन दाखिल करने के अंतिम दिन अपना पर्चा भरेंगे.
भाजपा के राज सिन्हा से होगा अजय दुबे का सामना
कांग्रेस प्रत्याशी अजय दुबे का सामना भाजपा प्रत्याशी राज सिन्हा से होगी. राज सिन्हा को भाजपा ने चौथी बार टिकट देकर उम्मीदवार चुना है. इस चुनाव में अगर भाजपा की जीत होती है तो राज सिन्हा जीत की हैट्रिक लगाएंगे.राज सिन्हा 2009 से धनबाद विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रहे है. 2009 में राज सिन्हा को हार का सामना करना पड़ा था. वापस से 2014 और 2019 के चुनाव में उन्होंने भारी मतो से जीत दर्ज की थी.
अजय दुबे लड़ चुके हैं 2014 में सांसद का चुनाव
कांग्रेस प्रत्याशी अजय दुबे धनबाद लोकसभा सीट से सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं। उन्होंने 2014 में कांग्रेस के टिकट पर ही चुनाव लड़ा था। कांग्रेस के साथ-साथ इंटक की राजनीति में गहरी पैठ रखने वाले अजय दुबे धनबाद के हीरापुर हटिया के रहने वाले हैं। 2014 के चुनाव में अजय दुबे को हार का सामना करना पड़ा था. भाजपा के पी.एन. सिंह ने दो लाख 92 हजार से ज्यादा मतों से उन्हें पराजित कर दिया था.
अजय दुबे के नाम की घोषणा के बाद सब की टूटी आश
कांग्रेस पार्टी ने भले ही अजय दुबे को प्रत्याशी बनाया है अब कर्यकर्ता अपने प्रत्याशी को कितना पसंद करेंगे यह आज के नामांकन से स्थिति स्पष्ट हो जाएगी.कांग्रेस के कई नेता आलाकमान के इस फैसले से नाराज हैं.फील्ड में उतरकर काम करनेवाले नेताओं में मयूर शेखर ,वैभव सिन्हा ,अशोक सिंह ,अभिजीत राज समेत कई वरिष्ठ नेताओं को मौका पार्टी ने नहीं दिया.धनबाद सीट से दो नामों को लेकर कई दिनों से चर्चा चल रही थी। इसमें भाजपा नेता सह धनबाद के पूर्व मेयर चंद्रशेखर अग्रवाल तथा कांग्रेस के अजय दुबे का नाम लिया जा रहा था। पार्टी के नेताओं का भी कहना था कि दोनों में से किसी एक को ही टिकट मिल सकता है। हालांकि कांग्रेस जिला कमेटी तथा टिकट के अन्य दावेदार इस बात की वकालत कर रहे थे कि कुछ भी हो टिकट पुराने कांग्रेसियों को ही दिया जाए। चुनाव के चंद दिन पहले पार्टी में आने को आतुर नेताओं को तरजीह नहीं देने की वकालत की जा रही थी।
भाजपा का गढ़ रहा धनबाद विधानसभा क्षेत्र
अजय दुबे को कांग्रेस से टिकट मिलने के बाद लोगों में इस बात की खूब चर्चा हो रही है कि भाजपा के गढ़ में कांग्रेस जीत मुमकिन नहीं है. 2014 के चुनाव में अजय दुबे को करारी हार मिल चुकी है. भाजपा प्रत्याशी राज सिन्हा के हेट्रिक लगाने की राहे आसान हो गईं हैं.