फिर दिल्ली के स्कूलों को बम की धमकी, करीब 50 स्कूल खाली कराए गए, जांच में जुटी पुलिस व एजेंसियां
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकियों का सिलसिला लगातार जारी है। आज एक बार फिर दिल्ली के करीब 50 स्कूलों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी दी गई, जिससे छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के बीच दहशत फैल गई।
धमकी मिलने के तुरंत बाद सभी स्कूलों को खाली करवा लिया गया है। सुरक्षा के लिहाज से दिल्ली पुलिस, बम स्क्वॉड और फायर ब्रिगेड की टीमें मौके पर पहुंचीं और स्कूल परिसरों की सघन तलाशी शुरू कर दी गई है।
तीसरी बार मिली धमकी, बढ़ी चिंता
गौरतलब है कि बीते चार दिनों में यह तीसरा मौका है जब राजधानी के स्कूलों को बम की धमकी मिली है।
18 अगस्त को 32 स्कूलों को
20 अगस्त को करीब 50 स्कूलों को
और अब 21 अगस्त को फिर से लगभग 50 स्कूलों को ऐसी धमकी मिली है।
हर बार धमकी ईमेल के जरिए दी गई है, जिनमें स्कूलों को बम से उड़ाने की बात कही गई है। पहले दो मामलों में जांच के बाद धमकियां फर्जी साबित हुई थीं, लेकिन बार-बार ऐसी घटनाएं सामने आने से बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
किन स्कूलों को मिली धमकी?
जानकारी के मुताबिक, दिल्ली के प्रसाद नगर, द्वारका सेक्टर 5 में स्थित बीजीएस इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल समेत कई नामी स्कूलों को धमकी मिली है। ईमेल में बम विस्फोट की बात कही गई, जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने बिना देरी किए पुलिस को सूचित किया और स्कूल खाली कराए।
जांच में जुटी एजेंसियां
दिल्ली पुलिस के साथ-साथ साइबर सेल और स्पेशल स्टाफ की टीमें भी जांच में जुट गई हैं। ईमेल भेजने वाले की पहचान की कोशिश की जा रही है। शुरुआती जांच में ऐसा प्रतीत हो रहा है कि इसमें कुछ शरारती तत्व शामिल हो सकते हैं, लेकिन पुलिस ने किसी बड़े संगठित साइबर नेटवर्क या साजिश की संभावना से इनकार नहीं किया है।
अभिभावकों में डर, बच्चों की पढ़ाई बाधित
लगातार धमकियों से अभिभावकों के बीच भारी चिंता और गुस्सा देखा जा रहा है। स्कूलों में पढ़ाई बाधित हो रही है और बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ने की आशंका जताई जा रही है।
बार-बार मिल रही धमकियों ने दिल्ली के शैक्षणिक माहौल को झकझोर कर रख दिया है। अब यह जरूरी हो गया है कि साइबर अपराधियों की पहचान कर उन्हें कठोर सजा दी जाए, ताकि दोबारा ऐसी घटनाएं न हों। पुलिस और खुफिया एजेंसियां मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं, और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही इस मामले में कोई बड़ी कार्रवाई सामने आ सकती है।