मथुरा जिला कारागार में महिला बंदियों के बीच खूनी झड़प, प्रशासन की लापरवाही उजागर
मथुरा। जिला कारागार में सोमवार को महिला बैरक में बंदियों के बीच खूनी झड़प हो गई, जिसमें तीन महिला बंदियों को गंभीर चोटें आईं। इनमें से एक को हालत गंभीर होने के कारण आगरा मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। इस घटना ने जेल प्रशासन की लापरवाही को उजागर कर दिया है।
झड़प का कारण और घटनाक्रम
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, महिला बैरक में किसी बात को लेकर विवाद शुरू हुआ, जो जल्द ही हिंसक झड़प में बदल गया। बंदियों ने एक-दूसरे पर हमला कर दिया, जिससे बैरक में अफरातफरी मच गई।
झड़प के दौरान धारदार वस्तुओं का इस्तेमाल किए जाने की भी आशंका है।
जेल सुरक्षाकर्मियों के देर से पहुंचने के कारण झड़प और अधिक उग्र हो गई।
घायल महिला बंदियों को जेल अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया, लेकिन एक की हालत गंभीर होने के कारण उसे आगरा रेफर किया गया।
जेल प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल
इस घटना के बाद जेल अधीक्षक अंशुमन गर्ग की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।
बैरक में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे।
महिला बंदियों के बीच हिंसा रोकने के लिए कोई त्वरित कार्रवाई नहीं की गई।
जेल में आपसी झगड़ों को रोकने के लिए उचित निगरानी प्रणाली का अभाव दिखा।
जांच के आदेश जारी
घटना के बाद उच्च अधिकारियों ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। जिला प्रशासन ने जेल प्रशासन से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि जेल में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कहीं कोई चूक तो नहीं हुई।
इस मामले ने जिला कारागार में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है और अब देखना होगा कि प्रशासन इस पर क्या कार्रवाई करता है।