दिल्ली चुनाव में AAP की हार: जनता ने कहा, “फ्री-फ्री कब तक भाई?”
दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) की करारी हार के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का दौर जारी है। भाजपा ने प्रचंड बहुमत के साथ जीत दर्ज कर ली, और इधर AAP समर्थक अब भी सोच रहे हैं – “मुफ्त बिजली, मुफ्त पानी, मुफ्त WiFi… फिर भी हार कैसे गए?”
इस बार चुनाव में मोदी लहर नहीं, बल्कि मोदी तूफान आया, जिसने AAP की नाव ही पलट दी। अरविंद केजरीवाल ने सोचा था कि उनकी योजनाओं के दम पर जनता फिर उन्हें चुन लेगी, लेकिन जनता ने कहा – “अरे भैया, अबकी बार मोदी सरकार!”
AAP नेताओं ने धर्मनिरपेक्षता की राजनीति करने की कोशिश की, लेकिन इधर भाजपा ने “राम मंदिर और राष्ट्रवाद” का मुद्दा उठाया। दिल्ली की जनता ने भी सोचा, “फ्री वाई-फाई बाद में, पहले जय श्री राम!” और सीधा भाजपा को वोट दे दिया।
बिहार और यूपी से आए पूर्वांचली मतदाताओं ने इस बार AAP को झटका देते हुए भाजपा का साथ दिया। AAP के प्रचारक जब वोट मांगने पहुंचे, तो जनता ने पूछा – “भैया, नौकरी कब दोगे?” जवाब नहीं मिला, और वोट सीधे भाजपा की झोली में चला गया।
AAP सरकार ने सोचा कि दिल्ली की जनता मुफ्त बिजली, पानी और WiFi देखकर खुश हो जाएगी। लेकिन जनता ने कह दिया – “भैया, घर में पंखा तो चल रहा है, लेकिन पेट में खाना कौन डालेगा?” और इसीलिए इस बार लोगों ने फ्री की योजनाओं को किनारे रखकर “विकास” को चुना।
केजरीवाल जी को हर बात पर केंद्र सरकार से झगड़ा करने की आदत हो गई थी। जनता ने सोचा – “भाई, ये दिल्ली संभालने आए थे या हर हफ्ते प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोने?” और इसीलिए इस बार उन्होंने भाजपा को मौका देने का फैसला किया।
भाजपा का संगठन बूथ स्तर तक मजबूत था, जबकि AAP के कार्यकर्ता WiFi के भरोसे घूम रहे थे। नतीजा? भाजपा के नेता हर गली, हर मोहल्ले में दिखे, और AAP का संगठन “नेटवर्क कवरेज नहीं” जैसी स्थिति में पहुंच गया।
AAP ने सोचा था कि सिख और पंजाबी मतदाता उनका साथ देंगे, लेकिन समुदाय के लोगों ने सीधा संदेश दिया – “हम खालिस्तान के नाम पर राजनीति नहीं करेंगे!” और इस तरह AAP को एक और झटका लग गया।
AAP ने सोचा कि मुफ्त योजनाओं के दम पर सत्ता में वापसी हो जाएगी, लेकिन जनता ने सोचा – “भाई, अबकी बार असली विकास चाहिए, सिर्फ WiFi नहीं!” और इस तरह भाजपा ने AAP को क्लीन बोल्ड कर दिया।
अब देखना यह है कि अगली बार AAP “फ्री बिजली” की जगह “रोज़गार योजना” लाती है या फिर नई “फ्री Netflix स्कीम” का ऐलान करती है!