आईआईटी (आईएसएम) में ‘हैकफेस्ट 2025’ का भव्य शुभारंभ, 36 घंटे तक चलेगा नवाचार और कोडिंग का महासंग्राम
धनबाद, 4 अप्रैल – देश के प्रमुख तकनीकी संस्थानों में से एक आईआईटी (आईएसएम) धनबाद एक बार फिर नवाचार, तकनीकी कौशल और सहयोग का केंद्र बन गया है, जहाँ ‘हैकफेस्ट 2025’ का भव्य उद्घाटन आज संस्थान के पेनमैन ऑडिटोरियम में हुआ। यह तीन दिवसीय कार्यक्रम 4 से 6 अप्रैल 2025 तक चलेगा और इसका आयोजन डीन – नवाचार, इनक्यूबेशन और उद्यमिता कार्यालय (IIE) द्वारा किया जा रहा है।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रो. सुकुमार मिश्रा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, “यह मंच छात्रों को रचनात्मकता, तकनीकी दक्षता और समस्या-समाधान के कौशल को एक साथ लाने का अवसर देता है। हैकफेस्ट केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि नवाचार को जमीन पर उतारने का माध्यम है।”
देशभर से आए 550+ प्रतिभागी
इस बार के हैकफेस्ट में 550 से अधिक प्रतिभागी देशभर के प्रतिष्ठित तकनीकी और शैक्षणिक संस्थानों से शामिल हो रहे हैं। इनमें आईआईटी-आईएसएम धनबाद के अलावा अन्य आईआईटी, एनआईटी, और प्रमुख विश्वविद्यालयों की टीमें भी भाग ले रही हैं।
36 घंटे की नॉन-स्टॉप चुनौती
हैकफेस्ट 2025 की सबसे खास बात यह है कि यह 36 घंटे तक लगातार चलने वाला एक नॉन-स्टॉप कोडिंग इवेंट है, जहाँ प्रतिभागी टीमें चुनिंदा अत्याधुनिक और समकालीन समस्याओं पर काम करेंगी और उनके लिए तकनीकी समाधान विकसित करेंगी। प्रतिभागी टीमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग, साइबर सिक्योरिटी, स्मार्ट सिटीज, ग्रीन टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर और एजुकेशन टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में समाधान प्रस्तुत करेंगी।
नवाचार और निष्पादन का संगम
हैकफेस्ट 2025 को तकनीकी छात्रों के लिए नवाचार और निष्पादन का संगम माना जा रहा है। यह कार्यक्रम न केवल छात्रों को रचनात्मकता दिखाने का मौका देता है, बल्कि इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स, मेंटर्स, और स्टार्टअप इनक्यूबेटर्स के साथ सीधा संवाद स्थापित करने का अवसर भी प्रदान करता है।
भविष्य के समाधान यहीं से होंगे तैयार
इस आयोजन का उद्देश्य छात्रों को व्यवहारिक समस्याओं के रियल टाइम समाधान तैयार करने हेतु प्रेरित करना है। हैकफेस्ट 2025 से कई प्रोटोटाइप और तकनीकी समाधान निकलने की संभावना है, जो भविष्य में स्टार्टअप आइडियाज या व्यावसायिक उत्पादों के रूप में विकसित हो सकते हैं।